नई दिल्ली. संसद का शीतकालीन सत्र (Parliament Winter Session) आज से शुरू हो रहा है. रविवार को आए 4 राज्यों के विधानसभा चुनावों के ताजा नतीजों में 3 में जीत हासिल करने के साथ बीजेपी सरकार इस शीतकालीन सत्र के दौरान सदन में विपक्ष का जोश ठंडा पड़ने की उम्मीद कर सकती है. जिससे विपक्ष के लिए सदन में गर्मी दिखाना और जरूरी विधायी कार्यों को रोक पाना कठिन हो जाएगा. इस शीतकालीन सत्र के दौरान तीन आपराधिक न्याय विधेयकों और मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति से जुड़े विधेयक पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. भाजपा की चुनावी जीत सरकार को शीतकालीन सत्र में प्रमुख विधेयकों को आगे बढ़ाने में मदद कर सकती है.
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने शीतकालीन सत्र के बारे में पूछे जाने पर कहा कि अगर विपक्ष ने संसद को बाधित किया तो उसे और भी बुरे नतीजे भुगतने होंगे. वहीं शीतकालीन सत्र की रणनीति पर चर्चा के लिए ‘इंडिया’ ब्लॉक (I.N.D.I.A Bloc) के नेता आज बैठक करेंगे. तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra Expulsion) के खिलाफ ‘कैश फॉर क्वेरी’ मामले में लोकसभा एथिक्स पैनल की जांच रिपोर्ट कामकाज की सूची में सबसे ऊपर होगी. इससे आज संसद का शीतकालीन सत्र हंगामेदार होने की संभावना है. रक्षा मंत्री और लोकसभा में उप नेता राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में शनिवार को हुई सर्वदलीय बैठक में तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने मोइत्रा को सदन से निष्कासित करने का कोई भी निर्णय लेने से पहले आचार समिति की रिपोर्ट पर लोकसभा में चर्चा कराने की मांग की थी.
विपक्षी नेताओं ने पुराने आपराधिक कानूनों की जगह पर लाए जा रहे तीन विधेयकों के अंग्रेजी में नाम, मंहगाई, जांच एजेंसियों के ‘दुरुपयोग’ और मणिपुर पर चर्चा की मांग की थी. हिंदी पट्टी के तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों में अपनी जीत से उत्साहित भारतीय जनता पार्टी संसद के इस शीतकालीन सत्र में कांग्रेस समेत समूचे विपक्ष को घेरने की कोशिश करेगी. संसद के शीतकालीन सत्र में विपक्षी दल मणिपुर तथा जांच एजेंसियों के कथित दुरुपयोग जैसे कुछ विषय उठाने का प्रयास कर सकते हैं.
इस सत्र के दौरान लोकसभा में उस वक्त हंगामा हो सकता है, जब सदन की आचार समिति की रिपोर्ट पेश की जाएगी. जिसमें तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा को ‘रिश्वत लेकर सवाल पूछने’ के आरोप में निष्कासित करने की सिफारिश की गई है. सरकार ने शीतकालीन सत्र की 15 बैठकों के लिए एक भारी विधायी एजेंडा पेश किया है. जिसमें औपनिवेशिक युग के आपराधिक कानूनों के स्थान पर लाए गए प्रमुख विधेयक, निर्वाचन आयुक्तों की नियुक्ति के लिए एक रूपरेखा प्रदान करने से संबंधित विधेयक शामिल है.
.
Tags: BJP, Congress, Parliament session, Parliament Winter Session
FIRST PUBLISHED : December 4, 2023, 07:56 IST