खास बातें
- रमेश बिधूड़ी ने दानिश अली को कहे थे अपशब्द
- दानिश अली ने महुआ का खुलकर किया समर्थन
- एथिक्स कमिटी की रिपोर्ट पर उठाए सवाल
नई दिल्ली:
घूसकांड यानी संसद में सवाल पूछने के मामले (Cash For Query) के मामले में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) को लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया है. एथिक्स कमिटी (Ethics Committee) की रिपोर्ट पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला (Om Birla) ने वोटिंग कराई. ध्वनिमत से प्रस्ताव पास होने के बाद महुआ के निष्कासित कर दिया गया. इस पूरे मामले पर बीएसपी सांसद दानिश अली (Danish Ali) की प्रतिक्रिया सामने आई है. दानिश अली ने कहा- “संसद तब अपमानित नहीं हुआ था क्या जब रमेश बिधूड़ी ने मुझे इतने अपमानजनक शब्द बोले थे. अब महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता रद्द कर दी गई है. क्या इससे संसद अपमानित नहीं हुआ. आज गांधी और अंबेडकर की आत्मा रो रही होगी.”
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महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता रद्द होने पर तमाम विपक्षी सांसद सांसद भवन के बाहर आए. विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी की. बीएसपी सांसद दानिश अली गले में तख्ती लटकाए नजर आए. इस दौरान उन्होंने कहा, “मैंने यह पोस्टर इसलिए लगाया है, क्योंकि एथिक्स कमिटी ने अपनी सिफारिश में मेरा भी जिक्र किया है, क्योंकि मैं उन्हें(महुआ मोइत्रा) न्याय दिलाना चाहता हूं.”
#WATCH | On the expulsion of TMC’s Mahua Moitra as a Member of the Lok Sabha, BSP MP Danish Ali says, “I’ve put this (poster) because the committee also mentioned me in its recommendation because I want to bring her justice…She wasn’t given an opportunity…” pic.twitter.com/hYVouMWYXU
— ANI (@ANI) December 8, 2023
रमेश बिधूड़ी ने दानिश अली पर किए थे आपत्तिजनक कमेंट
बता दें कि संसद के मॉनसून सत्र के दौरान भरी लोकसभा में बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने बीएसपी सांसद दानिश अली के लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया था. 7 दिसंबर को लोकसभा की प्रिविलेज कमिटी (विशेषाधिकार समिति) ने दानिश अली और रमेश बिधूड़ी को बारी-बारी से बुलाया और दोनों के बयान दर्ज किए. BJP सांसद सुनील कुमार सिंह की अध्यक्षता वाली इस कमिटी से बातचीत में रमेश बिधूड़ी ने कहा कि उन्हें अपने उस बयान पर पछतावा है.
एथिक्स कमिटी के आलोचक रहे हैं दानिश अली
दानिश अली शुरुआत से ही महुआ मोइत्रा के मामले में एथिक्स कमिटी के आलोचक रहे हैं. पिछले महीने, एथिक्स कमिटी ने मोइत्रा के निष्कासन की सिफारिश की थी. दानिश अली ने इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई थी. इसके बाद कमिटी के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद विनोद कुमार सोनकर ने जोर देकर कहा कि उचित प्रक्रिया का पालन किया गया, लेकिन कुछ लोग बाधा डालना चाहते थे…
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