संवेदनहीनताः आगरा के जिला अस्पताल में जनरेटर रूम के पास 20 घंटे तक पड़ा रहा शव, हाथ पर लगा था कैथेटर

dead body of young man was lying near generator room in district hospital of Agra for twenty hours

जिला अस्पताल आगरा
– फोटो : अमर उजाला

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उत्तर प्रदेश के आगरा में बीमार व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत होने पर उसे शुक्रवार की शाम 6 बजे जिला अस्पताल में छोड़ गए। जिला अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को सूचना दी, मगर पुलिस ने भी ध्यान नहीं दिया। उसका शव जनरेटर रूम के पास 20 घंटे तक पड़ा रहा। मृतक के एक हाथ पर कैथेटर लगा हुआ था। शव को शनिवार की शाम को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा सका।

जिला अस्पताल की प्रमुख अधीक्षिका डॉ. अनीता शर्मा ने बताया कि कल शाम करीब छह बजे कुछ लोग एक व्यक्ति को पार्किंग के पास पटक कर चले गए। जांच करवाई तो उसकी मौत हो चुकी थी। उसके एक हाथ में कैथेटर लगा था, जिससे अनुमान है कि उसका कहीं इलाज चल रहा था। पुलिस को सूचना दी गई थी। शव को स्ट्रेचर पर रखवा दिया था। पुलिस दो बार आकर चली गई। इसके बाद पुलिस ने शनिवार की देर शाम को शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। इस दौरान 20 घंटे तक बीमार व्यक्ति का शव खुले में पड़ा रहा।

रातभर रहती है आवाजाही 

जिला अस्पताल में गेट पर चौकीदार तैनात रहता है। मेडिको लीगल के लिए रात पर इमरजेंसी खुली रहती है। घायल व मरीजों की आवाजाही रहती है। ऐसे में अस्पताल परिसर में कोई शव फेंक गया। रात में किसी को पता तक नहीं चला।

पुलिस बोली…रायबरेली का है मृतक

रकाबगंज थाना प्रभारी सत्यदेव शर्मा ने बताया कि उन्हें जिला अस्पताल में शव छोड़कर जाने की सूचना मिली थी। इस पर पुलिस ने मृतक की तलाशी ली तो उसकी जेब से 1500 रुपये, डायरी, आधार कार्ड के अलावा जयपुर में उसके इलाज के कागजात मिले। आधार कार्ड के आधार पर उसकी शिनाख्त रामलखन (48) निवासी रायबरेली के रूप में परिजन ने कर ली। पुलिस के मुताबिक, उसका इलाज जयपुर में चल रहा था। जिला अस्पताल में वह कैसे पहुंचा, इसकी जांच के लिए सीसीटीवी फुटेज की मदद ली जा रही है। परिजन को भी सूचना दे दी गई है।

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