- Hindi News
- Local
- Uttar pradesh
- Gorakhpur
- ‘Those Who Raised Questions On Shri Ram And Shri Krishna Ran The Government Of The Country’ CM Yogi Said Cursing And Harming The Sanatan Tradition Which They Considered Their Religion.
गोरखपुर27 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस पार्टी पर बिना नाम लिए जमकर हमला बोला। सीएम योगी ने कहा, ”आज ज्ञान और विज्ञान के जितने भी साधक भारत के हैं, वह दुनियां को एक नई दिशा देते हैं। वह धरती भी उत्तर प्रदेश के अंदर ही है नैमिषारण्य। जहां, पर भारत के पूरे ज्ञान और विज्ञान को एक साथ शास्त्रों के माध्यम से ऊपर करके पूरी दुनियां का मार्गदर्शन करने के लिए प्रस्तुत किया गया। लेकिन, भारत की समृद्ध परंपरा के प्रति गौरव का आभास स्वतंत्र भारत में नहीं करने दिया गया।”
हम इस पर गौरव की अनुभूति कर सकते हैं। हर भारतीय यह कह सकता हैं कि कैसी सरकार आई थी? सरकार तो ऐसी आई थी, जो कहती थी भगवान श्रीराम और भगवान श्री कृष्ण जिनकी लीलाओं से हमें प्रेरणा प्राप्त होती है, हर भारतवासी जिनसे प्रेरणा और प्रकाश प्राप्त करता है। इस दिव्य लीला को ही उन्होंने काल्पनिक कह दिया। जिन लोगों ने यहां तक कह दिया और वही लोग भारत की सत्ता संचालित कर रहे थे।
यह बातें सीएम योगी ने मंगलवार को गोरखनाथ मंदिर में कहीं। सीएम यहां ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की 54वीं और ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की 9वीं पुण्यतिथि पर आयोजित गोरखनाथ मंदिर में सात दिवसीय श्रद्धांजलि समारोह को संबोधित कर रहे थे।
देश की जनता ने अंगड़ाई ली तो साफ हो गया कचरा
मुख्यमंत्री ने बिना कांग्रेस का नाम लिए कहा कहा, ”जिनको भारत के महापुरुषों पर गौरव की अनुभूति नहीं होती थी। सनातन धर्म की परंपरा को कोसना और उसको अधिक से अधिक नुकसान पहुंचाना ही जो अपना धर्म मानते थे, वह लोग लंबे समय तक इस देश में सत्ता चलाते रहे और देश पर शासन करते रहे। लेकिन, जैसे ही भारत की जनता ने अंगड़ाई ली, शासन और सत्ता बदल गई। आपने देखा होगा कि सैकड़ो वर्षों का वह कचरा एका एक देश से बाहर जाकर कैसे स्वच्छता के अभियान के साथ बदलता जा रहा है।”
अब दुनियां में बज रहा भारत के योग का डंका
”आज पूरी दुनिया में भारत का डंका कैसे बजाता जा रहा है। आपने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में इस बात को जरूर महसूस किया होगा। आपने देखा होगा कि दुनियां के मंच पर आज योग छाया हुआ है। करिए योग, रहिए निरोग की विरासत तो भारत के ऋषि परंपरा के ही देन है। आज योग दिवस पर 21 जून को जब पूरी दुनिया योग से जुड़ती है तो भारत योग से सिर्फ जुड़ता नहीं बल्कि पूरी दुनियां का मार्गदर्शन करता है।
दुनिया के लगभग 200 देश योग के साथ जुड़कर के अपने आप को शारीरिक और मानसिक रूप से परिपक्व करने में जुटे हैं। अपने जैसे योग को उपयोगी मानते हुए पूरी दुनियां आज लगातार इस व्यवस्था के साथ जुड़ रही है।”
गुलामी के अंश को हटने में देर नहीं लगती
उन्होंने कहा, ”यह भारत के देन है कि आज पूरी दुनिया में भारत का लोहा किस रूप में माना जा रहा है। हाल ही में दिल्ली में आयोजित जी-20 के सिमिट सम्मेलन में पूरी दुनियां ने देखा कि भारत कैसे पूरी दुनियां में छाया हुआ है। जब किसी देश की जनता को अपनी संस्कृति और धर्म के प्रति गौरव की अनुभूति होती है तो गुलामी के अंश को हटने में देर नहीं लगती है। उसे दूर होने में भी देर नहीं लगती है।”
जो काम 1947 में हो जाना चाहिए था, वह आज हो रहा
”आज अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण का काम चल रहा है। जिसे पूरे भारत के साथ पूरी दुनियां देख रही है। काशी में काशी विश्वनाथ धाम का निर्माण भी आज पूरी दुनियां और देश देख रहा है। देश के अंदर अलग-अलग क्षेत्र में जो काम हो रहे हैं, धार्मिक स्थलों के पुर्नाद्धार का जो काम हो रहा है।
यह नए भारत का वह निर्माण है, जो कदाचित 1947 में हो जाना चाहिए था। लेकिन, कुछ लोगों के कर्मों से नहीं हो पाया। आज उसका परमर्जन करके फिर से भारत का प्रत्येक सनातन स्वावलंबी को और हर राष्ट्रभक्त को राष्ट्र पर गौरव की अनुभूति कराने का एक एहसास प्रदान किया जा रहा है। आज आप यह आप प्रत्येक उसे अवसर पर देखे रहे होंगे।”
‘श्रीमद्भागवत महापुराण कथा ज्ञान-यज्ञ’ का हुआ शुभारंभ
इससे पहले गोरखनाथ मंदिर में ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की 54वीं और ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की 9वीं पुण्यतिथि के अवसर पर सात दिवसीय श्रद्धांजलि समारोह के अंतर्गत सात दिवसीय ‘श्रीमद्भागवत महापुराण कथा ज्ञान-यज्ञ’ का शुभारंभ हुआ। यह कथा गोरखनाथ मंदिर स्थित महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन में यह आयोजन 2 अक्टूबर तक चलेगी।
मंदिर में निकाली गई शोभायात्रा
कार्यक्रम में व्यासपीठ पर वृन्दावन मथुरा से पधारे कथाव्यास भागवत भास्कर श्रीकृष्णचन्द्र शास्त्री (ठाकुर जी) के मुखारविंद से कथा अमृत की वर्षा शुरू हुई। साथ ही कथा शुरू होने से पहले गोरक्षपीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ प्रतिष्ठित धर्माचार्य, संत/महंत और यजमानगण के साथ अपराह्न 02.30 बजे अखंड ज्योति और श्रीमद्भागवत महापुराण कथा ज्ञान-यज्ञ की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। यह शोभायात्रा गोरखनाथ मंदिर गर्भगृह से से निकलकर दिग्विजयनाथ स्मृति भवन कथा स्थल तक गई।