अंकित कुमार सिंह/सीवान: मकर संक्रांति को लेकर बिहार के सभी बाजार गुलजार हो गया है. सीवान में भी कमोवेश यही स्थिति है. यहां भी दर्जनों तिलकुट की दुकानें सज गई है. कारगीर दिन-रात तिलकुट बनाने में लगे हुए हैं और बड़ पैमाने पर लोग खरीद भी रहे हैं. वैसे ते बिहार का गया तिलकुट के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन अब बिहार के सीवान में भी लजीज स्वाद वाद तिटकुल बनने लगे हैं और इसका व्यवसाय करने लगे हैं.
मकर संक्रांति पर तिलकुट खाने और संदेश भेजने के लिए लोग खरीदारी करते हैं. मकर संक्रांति के दिन चूड़ा-दही और तिलकुट खाने की भी परंपरा है. वहीं सीवान के तिलकुट व्यवसायी इस रिवाज को भुनाने में लगे हुए हैं. खास बात यह है कि पहली बार सीवान में शुगर फ्री तिलकुट बन रहा है और इसकी बिक्री भी हो रही है.
सीवान में जेपी चौक के इर्द-गिर्द सजी है सबसे अधिक दुकानें
सीवान शहर के जेपी चौक के इर्द-गिर्द सबसे अधिक तिलकुट की दुकानें सजी है. यहां कई दुकानें लंबे अर्से से तिलकुट बनाने के कारेबार से जुड़े हुए हैं. इसके अलावा तिलकुट की दुकानें श्रीनगर, सुदर्शन चौक, महादेवा, कचहरी चौक, बबुनिया मोड़, मखदुम सराय, स्टेशन रोड, रामराज मोड़, झगरहवाबर सहित अन्य जगहों पर तिलकुट की दुकाने सज चुकी है. इसके अलावा विभिन्न प्रखंड मुख्यालयों में भी तिलकुट की बिक्री शुरू हो गयी है.
सीवान में तैयार हो रहे तिलकुट कई ब्रांड के है. हालांकि सबसे अधिक फेमस खोवा वाला तिलकुट है. इसके स्वाद का जवाब ही नहीं है. बता दें कि खोवा वाले तिलकुट का रेट 720 रूपए किलो, चांद तिलकुट 520 रूपए किलो, स्पेशल तिलकुट 620 रूपए किलो, प्लेन तिलकुट 360 रूपए किलो और तिलपट्टी 360 रुपए प्रति किलो मिल रहा है. वहीं शुगर फ्री तिलकुट का रेट 500 रुपए किलो है. इसको 100 ग्राम के डब्बे में तैयार किया जा रहा है.
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अलग तरीके के चासनी तैयार कर बनाया जाता है शुगर फ्री तिलकुट
सीवान के खुदरा एवं थोक व्यवसायी मुन्ना ने बताया कि आम तौर पर ठंड शुरू होते हीं तिलकुट बनने लगता है. कई ब्रांड के पैक तिलकुट भी आते है, लेकिन बाजार में लोकल तिलकुट की डिमांड सबसे अधिक है. खोवा व सफेद तिल का तिलकुट ग्राहक सबसे अधिक पसंद करते है. वहीं गुड़ वाली तिलकुट भी लोगों को काफी पसंद है. उन्होंने बताया कि इस बार शुगर के मरीजों के लिए भी शुगर फ्री तिलकुट तैयार किया गया है. जिसका अलग से मटेरियल आता है और अलग तरीके से चासनी तैयार कर उसको बनाया जाता है.
तिलकुट खाने के हैं कई फायदे
तिलकुट खाने के अपने वैज्ञानिक फायदे भी हैं. तिलकुट में तिल होता है और तासिर गर्म होता है. ठंड में तिल खाने से लोगों में मौसमी संक्रमण का असर कम होता है. आयुर्वेद की दवाओं में भी तिल का इस्तेमाल होता है. तिलकुट खाने से कब्ज जैसी समस्या भी नहीं होती है और यह पाचन क्रिया को भी बढ़ाता है. इस वजह से तिलकुट का अधिक महत्व बढ़ जाता है.
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FIRST PUBLISHED : January 9, 2024, 14:43 IST