सुनील प्रभु से जिरह मंगलवार को भी जारी रही। उन्होंने कहा, “सुनवाई शनिवार और रविवार को भी होनी चाहिए। दो दिन और सुनवाई होनी चाहिए क्योंकि (महाराष्ट्र विधानमंडल का) शीतकालीन सत्र अगले महीने शुरू होने वाला है।”
शिवसेना के प्रतिद्वंद्वी गुटों की तरफ से दायर अयोग्यता याचिकाओं पर सुनवाई कर रहे महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष शिवसेना (यूबीटी) का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील असीम सरोदे ने मंगलवार को कहा कि सुनवाई सप्ताहांत पर भी होनी चाहिए क्योंकि फैसला लेने की समय सीमा 31 दिसंबर नजदीक आ रही है।
सरोदे ने यहां संवाददाताओं से कहा कि अविभाजित शिवसेना के मुख्य सचेतक (जो अब ठाकरे गुट के साथ हैं) सुनील प्रभु से जिरह मंगलवार को भी जारी रही।
उन्होंने कहा, “सुनवाई शनिवार और रविवार को भी होनी चाहिए। दो दिन और सुनवाई होनी चाहिए क्योंकि (महाराष्ट्र विधानमंडल का) शीतकालीन सत्र अगले महीने शुरू होने वाला है।”
उच्चतम न्यायालय के निर्देश के मुताबिक विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को 31 दिसंबर तक अपना फैसला सुनाना है।
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