अर्पित बड़कुल/दमोह. बुंदेलखंड के कई ग्रामीण कस्बों में शिमला मिर्च की खेती की जाती है. दमोह के राजघाट गांव का एक किसान लीज पर जमीन लेकर करीब ढाई एकड़ में शिमला मिर्च की खेती कर मालामाल हो गया है. परंपरागत खेती छोड़कर शिमला मिर्च की खेती शुरू करने वाले युवा किसान तौसीफ राईन बड़े पैमाने पर शिमला मिर्च की खेती कर रहे हैं. बाजार में डिमांड अधिक होने से रही मिर्ची की बिक्री भी अधिक हो रही है.
नर्सरी में तैयार करवाए 36 हजार पौधे
तौसीफ ने बताया कि ढाई एकड़ जमीन लीज पर ली है, जहां करीब 36 हजार शिमला मिर्च के पौधे नर्सरी में तैयार करवाए थे. एक एकड़ जमीन में शिमला मिर्च की पैदावार लेने पर डेढ़ लाख रुपये की लागत आती है. जिसमें 1 रुपए 20 पैसे की लागत से प्रति पौधा तैयार हुआ था, यदि किसान भाई चाहें तो घर पर भी इन पौधों को तैयार कर सकते हैं. इतना ही नहीं, फसल की अच्छी पैदावार के लिए स्ट्रेचिंग विधि से शिमला मिर्च के पौधों को लगवाया गया है.
बाजार में मिल रहा अच्छा दाम
आगे बताया कि करीब 60 से 65 दिनों में इन पौधों की हार्वेस्टिंग शुरू हो जाती है. एक एकड़ के खेत में करीबन 2 टन शिमला मिर्च निकलनी चाहिए. वहीं, बाजारों में शिमला मिर्च का भाव 45 से 50 रुपये प्रति किलो चल रहा है. युवा किसान नई तकनीक का इस्तेमाल करके जितनी अधिक मेहनत करेंगे, उन्हें उतना ही मुनाफा होगा. इतना ही नहीं, जितनी लागत आपने लगाई है, उससे कहीं ज्यादा मुनाफा होने के आसार नजर आ रहे हैं. करीब 2 से 3 लाख रुपये की कमाई होनी तय है.
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FIRST PUBLISHED : October 28, 2023, 23:19 IST