शिक्षा का अलख जगा रहा ये परिवार, प्रोफेसर से लेकर सहायक निदेशक के पद पर तैनात

दिलीप चौबे/कैमूर. बीएससी की 67 में ही कंबाइंड कॉम्पिटेटिव एक्जाम का रिजल्ट आने के बाद कैमूर का एक परिवार सुर्खियों में है. अब आप भी सोच रहे होंगे यह परिवार सुर्खियों में क्यों हैं. सुर्खियों में इस परिवार के आने की मुख्य वजह यह है कि इस घर में दारोगा से लेकर प्रोफेसर और सहायक निदेशक के पद पर लोग तैनात है. परिवार कैसी परंपरा को आगे बढ़ने का काम असीम खान ने किया है. असीम खान ने 115वीं रैंक पाकर बिहार में सहायक निदेशक बने हैं. इन सफलताओं के पीछे इस परिवार के मुखिया यानि असीम खान के दादा इश्तियाक खान का अहम योगदान है.

बिहार के कैमूर जिला स्थित भभुआ प्रखंड के उजारी सिगठी गांव के रहने वाले असीम खान के दादा इश्तियाक खान पूर्वजों से चली आ रही परंपरा को निभाते हुए खेती ही करते थे. लेकिन उन्होंने आने वाली पीढ़ी के लिए कुछ बेहतर करने की सोची. इसके लिए शिक्षा को मुख्य हथियार बनाया. वह खेतों में लगातार बच्चों को पढ़ाने के लिए बेहतर मेहनत करते रहे. उनकी मेहनत रंग लाई. सबसे पहले असीम खां के पिता प्रथम प्रयास में बीपीएससी की परीक्षा पास की है और सब इंस्पेक्टर बने. इसके बाद दो चाचा भी पुलिस अधिकारी बन गए. इसके अलावा परिवार के अन्य सदस्य शिक्षक, प्रोफेसर, दिल्ली हाईकोर्ट में वकील और टाटा कंपनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत है. परिवार के इस परंपरा को असीम खान ने भी आगे बढ़ाया और बीपीएससी की परीक्षा पास कर सहायक निदेशक का पद हासिल किया. यह परिवार कैमूर में शिक्षा के क्षेत्र में अलख जगाने का काम कर रहे हैं.

आईएएस बनने का लक्ष्य
असीम खान के दादा इश्तियाक खान ने बताया कि सरकारी अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक के पद पर इस परिवार के सदस्य सेवा दे रहे हैं. उन्होंने बताया कि किसान होने के बावजूद शुरू से ही शिक्षा के प्रति जागरूक रहा और यही वजह है कि 3 बेटे पुलिस पदाधिकारी हैं, जबकि एक बेटा शिक्षक और एक प्रोफ़ेसर है. अब तो पोते और नाती ने भी अपने बड़ों के नक़्शेकदम पर चलकर सफलता हासिल की. उन्होंने ने बताया कि इस लक्ष्य को पाने के लिए लगातार कड़ी मेहनत की है. साल 2017 में ही प्राइवेट कंपनी में नौकरी मिल गई थी. 5 साल लगातार जॉब करने के बाद नौकरी छोड़ दी और बीपीएससी की तैयारी में लगा रहा. नौकरी मिलने के बाद जब पैसे हाथ में आने लगते हैं तो कोई जॉब छोड़ना नहीं चाहते हैं. उन्होंने बताया कि बीपीएससी तो क्लियर कर लिया, लेकिन लक्ष्य आईएएस बनने का है. इसके लिए भी तैयारी कर रहे हैं.

.

FIRST PUBLISHED : November 5, 2023, 14:51 IST

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *