शामली13 मिनट पहले
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शामली में बीजेपी नेताओं के पोस्टर पर गोबर फेंके जाने का मामला सामने आया है।
शामली के थाना गढ़ी पुख्ता क्षेत्र के गांव बुंटा में भाजपा नेताओं के साथ योगी और मोदी के पोस्टर पर विपक्ष के लोगों पर गोबर फेंकने का आरोप है। स्थानीय अल्पसंख्यक मोर्चा के पदाधिकारी ने थाने में शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की है।
जनपद में पहले भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम पर अभद्र टिप्पणी कर चुके हैं। पुलिस की कार्रवाई से भाजपा कार्यकर्ता संतुष्ट नहीं हैं और उनमें घटना को लेकर आक्रोश है। गढ़ी पुख्ता थाना क्षेत्र के गांव बुंटा में बीजेपी सम्मान सम्मेलन का आयोजन अल्पसंख्यक मोर्चा के द्वारा किया गया था। इसके प्रचार-प्रसार हेतु मुख्यमंत्री योगी और प्रधानमंत्री मोदी के फोटो के साथ स्थानीय नेताओं के भी फोटो के पोस्टर चस्पा किए गए थे।
गांव में लगे पोस्टर में पूर्व मंत्री सुरेश राणा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एक दो स्थानीय नेताओं के साथ फोटो मिलकर कुछ लोगों ने पोस्टर चस्पा किए थे। इसमें स्थानीय विपक्ष के लोगों ने गोबर फेंकने का आरोप है। भाजपा नेताओं के पोस्टर पर गोबर फेंकने का मामला अब् तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में अब स्थानीय नेता देश के प्रधानमंत्री मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अपमान समझते हुए कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
तहरीर देकर की कार्रवाई की मांग
इस बात को लेकर बीजेपी स्थानीय नेताओं में भी काफी आक्रोश है, जिसके चलते उन्होंने गढ़ी पुख्ता थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। वहीं इस मामले में अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य घनश्याम बादशाह का कहना है कि अल्पसंख्यक मोर्चा के द्वारा हम लोगों को बुलाकर वहां एक प्रोग्राम का आयोजन किया गया था, जिसके पोस्टर चस्पा किए गए थे और उसे पोस्टर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी प्रोटोकॉल के तहत पोस्ट चस्पा किया गया था।
अब तक दर्ज नहीं हुआ है मुकदमा
पोस्टर पर गांव के ही रहने वाले सलीम नाम के व्यक्ति ने गोबर फेंक कर अपमानित करने की घटना को अंजाम दिया है। इसमें हम लोगों ने पुलिस में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। हालांकि पुलिस ने अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं किया है। वहीं इस मामले में जब थाना अध्यक्ष राधेश्याम सिंह से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने साफ तौर से कहा कि इस तरह का मामला मेरे थाना क्षेत्र में नहीं हुआ है और न ही मेरे पास कोई तहरीर आई है। भाजपा नेता घनश्याम बादशाह और बादल गौतम थाने आए थे लेकिन उन्हें समझा दिया गया था।