नीरज कुमार/बेगूसराय : सपना देखने के साथ अगर संघर्ष किया जाए तो हसरत जरूर पूरी होती है. ऐसा हम नहीं बल्कि बेगूसराय की रहने वाली शांति की कहानियों को सुनकर आप भी कहेंगे. गरीब परिवार की पुत्रवधू ने घर की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए पड़ोसी के तरीके को अपनाकर आमदनी का जरिया बनाया. पड़ोसी के पास काफी जमीन थी और शांति के पास हौसला था. लेकिन हौसले की उड़ान से शांति पड़ोसी से ज्यादा कमाई के साथ-साथ क्षेत्र में किसान चाची के रूप में पहचान बना ली है.
शांति का मानना है पारंपरिक फसल प्रणाली के साथ-साथ सब्जियों की खेती को जिन किसानों ने अपनाया है, वे अच्छी कमाई कर रहे हैं. ऐसे किसानों की तादाद भले ही कम है, लेकिन उनकी कमाई को देखकर खेती करने का हौसला जरूर मिलता है.
कर्ज लेने के बाद लीज पर जमीन लेकर शुरू की सब्जी की खेती
बेगूसराय जिला के गढ़पुरा प्रखंड स्थित बरियारपुर गांव के लालो महतो की पत्नी शांति देवी ने बताया कि पड़ोसियों की आमदनी का जरिया को देखकर सब्जी की खेती शुरू की थी. पति के पास खेत नहीं थे तो तीन पड़ोसियों से एक लाख कर्ज़ लेकर 3 बीघा जमीन सालाना 50 हजार देकर लीज पर लिया. वहीं शेष 50 हजार से 3 बीघा खेत को तैयार कर पपीता, ओल, टमाटर, परवल, गोभी, मिर्च आदि की खेती कर रहे हैं. सभी फसलों को एक साथ आठ टुकड़ों में खेत को विभक्त कर लगाया है.खेती शुरू करने के 2 महीने बाद से ही सब्जी की बिक्री कर आमदनी प्राप्त करने लगे.
सब्जी की खेती से हर सप्ताह 10 हजार की होती है
शांति देवी ने बताया कि छोटे ठेला वाला सहित कई सब्ज़ी कारोबारी यहां से हर दो से तीन पर सब्जी बिक्री करने के लिए लेकर जाते हैं. सब्जियों का उत्पादन भी बेहतर हो रहा है. उन्होंने बताया कि सिर्फ गोभी, टमाटर, मिर्च आदि को बेचकर 2 से 5 हजार तक की कमाई हो जाती है. जबकि परवल से हर सप्ताह 5 हज़ार से ज्यादा की आमदनी प्राप्त हो जाती है. उन्होंने बताया कि एक ही खेत में नीचे ओल ऊपर पपीता और बीच खेत में साग की बुआई कर देते हैं.
3 बीघा से साल में एक बार जब औल का उत्पादन होता है तो 3 लाख से ज्यादा का उत्पादन हो जाता है. फिलहाल बाजार में टमाटर, भिंडी, बैंगन जैसी सब्जियों की अच्छी कीमत मिल रही है. उन्होंने बताया कि टमाटर की कीमत 40 रुपए से ज्यादा मिल जाता है. इसलिए जिले में किसानों का रुझान अब टमाटर की खेती की ओर बढ़ा है.
.
Tags: Begusarai news, Bihar News, Farming, Local18
FIRST PUBLISHED : February 5, 2024, 10:43 IST