कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि कई विपक्षी नेताओं ने उनके एप्पल उपकरणों की ‘हैकिंग’ का आरोप लगाया है। इसको लेकर उन्होंने मोदी सरकार पर जबरदस्त तरीके से हमला बोला। उन्होंने कहा कि पहले मैं सोचता था कि नंबर 1 पीएम मोदी हैं, नंबर 2 अडानी हैं और नंबर 3 अमित शाह हैं, लेकिन यह गलत है। उन्होंने कहा कि नंबर 1 अडानी हैं, नंबर 2 पीएम मोदी हैं और नंबर 3 अमित शाह हैं। उन्होंने कहा कि हम भारत की राजनीति को समझ चुके हैं और अब अडानी जी बच नहीं सकते। ध्यान भटकाने की राजनीति चल रही है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि देश की सत्ता पीएम के नहीं, किसी और के हाथ में है।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि मेरे कार्यालय में कई लोगों को यह संदेश मिला है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में केसी वेणुगोपाल जी, सुप्रिया श्रीनेत, पवन खेड़ा को भी यह संदेश मिला है। भाजपा पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि वे (भाजपा) युवाओं का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बहुत कम लोग इसके खिलाफ लड़ रहे हैं लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं। आप जितनी चाहें उतनी (फोन) टैपिंग कर सकते हैं, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। अगर तुम मेरा फोन लेना चाहो तो मैं तुम्हें दे दूंगा। उन्होंने साफ तौर पर दावा किया कि पूरे विपक्ष के खिलाफ एप्पल का नोटिस आता है। यह मेरे कार्यालय में सभी लोगों को मिला है। कांग्रेस पार्टी में लिस्ट बनी हुई है।
राहुल ने कहा कि यह सारे किसी न किसी तरीके से इस मामले में शामिल हैं। आपका ध्यान कभी इधर, कभी उधर ले जाते हैं, आपके दिल में गुस्सा पैदा करते हैं और जब आपके अंदर नफरत आता है तब ये लोग इस देश का धन ले जाते हैं। फोन पर ‘राज्य-प्रायोजित’ हमले की चेतावनी देने पर राहुल ने कहा कि यह अपराधियों और चोरों का काम है। वहीं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि यह दुखद बात है…मुझे सुबह यह संदेश मिला जिसमें कहा गया है कि आपका डिवाइस हैक किया जा रहा है या ‘राज्य प्रायोजित एजेंसी’ द्वारा निगरानी की जा रही है… निगरानी क्यों की जा रही है? लोकतंत्र में इसके लिए कोई जगह नहीं है। इसकी जांच होनी चाहिए।