
प्रतिरूप फोटो
ANI Image
कंपनियां गलत बिक्री जैसे मुद्दों, नैतिक व्यावसायिक व्यवहार को बढ़ावा देने और मूल्य निर्धारण में पारदर्शिता पर भी मानक निर्धारित कर सकती हैं। यहां ‘ग्लोबल फिनटेक फेस्ट’ में दास ने कहा कि सुशासन किसी भी कंपनी और विशेष रूप से वित्तीय प्रौद्योगिकी कंपनियों की टिकाऊ और दीर्घकालिक सफलता की कुंजी होगा।
मुंबई। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने वित्तीय प्रौद्योगिकी (फिनटेक) कंपनियों से उद्योग की व्यवस्थित वृद्धि सुनिश्चित करने के लिए जल्द से जल्द स्व-नियामक संगठन (एसआरओ) स्थापित करने को कहा है।
दास ने बुधवार को कहा, “वित्तीय प्रौद्योगिकी कंपनियों को देश के कानून के अनुरूप उद्योग की सर्वोत्तम प्रक्रियाओं, निजता और डेटा सुरक्षा मानदंडों को विकसित करने की जरूरत है।”
उन्होंने कहा कि कंपनियां गलत बिक्री जैसे मुद्दों, नैतिक व्यावसायिक व्यवहार को बढ़ावा देने और मूल्य निर्धारण में पारदर्शिता पर भी मानक निर्धारित कर सकती हैं।
यहां ‘ग्लोबल फिनटेक फेस्ट’ में दास ने कहा कि सुशासन किसी भी कंपनी और विशेष रूप से वित्तीय प्रौद्योगिकी कंपनियों की टिकाऊ और दीर्घकालिक सफलता की कुंजी होगा।
उन्होंने कहा कि वित्तीय प्रौद्योगिकी क्षेत्र का राजस्व 2030 तक 200 अरब डॉलर पर पहुंचने का अनुमान है।
डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।
अन्य न्यूज़