अनंत कुमार/गुमला. गुमला जिला आदिवासी बहुल इलाका है एवं नक्सल प्रभावित क्षेत्र है. यहां बड़े उद्योग-धंधे, कल कारखाने नहीं होने के कारण यहां के भोले भाले लोग काम की तलाश में दूसरे राज्य पलायन करते है. कई बार मानव तस्करी के शिकार भी हो जाते हैं. इसे रोकने के लिए गुमला पुलिस के द्वारा अहतु क्लब की स्थापना की गई. पुलिस को इसमें काफी सफलता भी मिली है.
गुमला पुलिस की इस सफलता को देखते हुए इसे स्मार्ट पुलिसिंग का अवॉर्ड मिला है. सम्मान समारोह नई दिल्ली एफआईसीसीआई फेडरेशन हाउस में आयोजित हुआ. जहां गुमला एसपी डॉ. एहतेशाम वकारिब ने सम्मान ग्रहण किया.
एफआईसीसीआई स्मार्ट पुलिसिंग अवार्ड नवाजा गया
एफआईसीसीआई ने स्मार्ट पुलिसिंग के क्षेत्र में गुमला में हुए बेहतर कार्य करने के लिए इसे सम्मानित किया है. बताते चले की सेवानिवृत्ति और डीजीपी प्रकाश सिंह एवं सीआईएसएफ के पूर्व स्पेशल डीजी मंजरी जरूहर की उपस्थिति में मानव तस्करी के विरुद्ध बेहतर कार्य करने के लिए गुमला पुलिस और झारखंड पुलिस को एफआईसीसीआई स्मार्ट पुलिसिंग अवार्ड से सम्मानित किया गया.
इस अवार्ड के लिए पूरे देश के 17 राज्यों के विभिन्न वर्ग में 25 पुलिस पदाधिकारियों का चयन किया गया था. झारखंड राज्य को पहली बार इस अवॉर्ड के लिए चयनित किया गया.
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FIRST PUBLISHED : September 16, 2023, 15:36 IST