लोन लेकर शुरू किया कारोबार, 1500 किसानों के साथ कर रहे काम, बंपर हो रही कमाई

नीरज कुमार/बेगूसराय. जब कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप की वजह से हर कोई परेशान था और कारोबार भी प्रभावित हो रहा था. कारोबार प्रभावित होने की वजह से व्यवसायी वर्ग के लोग निराश हो गए थे. इस दौर में डेयरी फॉर्म का बिजनेस अपनी रफ्तार पकड़ रहा है. दूध उत्पादन की अगर बात की जाए तो भारत दुनिया का नंबर-1 देश है. राजस्थान और उत्तर प्रदेश जैसे राज्य इस मामले में टॉप पर हैं.

हालांकि, दूध उत्पादन के मामले में बिहार भी पीछे नहीं है. देश में दूध उत्पादन के मामले में तीसरे स्थान पर है. इस स्थान को प्राप्त करवाने में बिहार के बेगूसराय जिला की अपनी एक अलग ही पहचान है. यूं ही नहीं बेगूसराय को बिहार का डेनमार्क कहा जाता है. यहां के डेयरी फार्म का बिजनेस पूरे राज्य में अपनी छाप छोड़ चुका है. आपने सुधा डेयरी, अमृत जैसे ब्रांड के प्रोडक्ट को आपने जरूर उपयोग किया होगा, लेकिन आज हम आपको इसी कड़ी में धीरज डेयरी की कहानी बता रहे हैं.

दूध की नहीं मिली सही कीमत तो शुरू किया कारोबार
बेगूसराय जिला स्थित मंझौल के रहने वाले धीरज सिंह ने बताया कि जब दूध समिति में दूध देने पर सही कीमत नहीं मिलने लगा तो तो खुद ही डेयरी फार्म खोलने की ठान ली. इस दौरान उद्योग विभाग से 25 लाख का लोन लेकर अपने कारोबार को प्रारंभ किया. पिछले 4 साल से यह बिजनेस चल रहा है. वर्तमान में लगभग 150 किसानों से 1500 लीटर दूध फैक्ट्री में आ रहा है. इस दूध को मजदूरों की मदद और मिल्क प्रोसेसिंग मशीन का उपयोग कर दूध, पनीर, घी, क्रीम इत्यादि जैसे अलग-अलग प्रोडक्ट रोजाना तैयार करते हैं. इसके बाद निर्माण हुए प्रोडेक्ट को मिल्क कूलर मशीन का उपयोग कर ठंडा करने के लिए स्टोर करते हैं. यह मशीन उसकी ताजगी बनाए रखने और सेल्फ लाइफ बढ़ाने में भी मदद करता है. 250 लीटर से 10 हजार लीटर दूध को ठंडा करने की क्षमता वाली मशीन लगाए हुए हैं. इस फैक्ट्री में 10 मजदूर शिफ्ट के अनुसार काम करते हैं. वहीं, मजदूरों ने बताया रोजाना के 700 रुपए तक मिल जाते हैं.

5 हज़ार तक रोजाना हो रही है कमाई
धीरज सिंह ने अपने कारोबार और कमाई का जिक्र करते हुए बताया रोजाना 1500 लीटर दूध से बने प्रोडक्ट को बनाने तक में 60 से 70 हजार की लागत आती है. ऐसे में यह प्रोडक्ट जब बाजार में बिक जाता है तो 80 से 85 हजार कीमत की होती है. वहीं, मिल्क प्रोडक्ट से रोजाना 5 हजार की कमाई हो जा रही है. ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि अगर आप भी बिहार के बेगूसराय या आस-पास के जिलों से ताल्लुक रखते हैं, जहां पशुओं की संख्या ज्यादा है तो आपके लिए मोटी आमदनी का स्रोत डेयरी फार्म हो सकता है.

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