आज हम जो आपको कहानी बताने जा रहे हैं वह भी कुछ ऐसी है. ये कहानी है बिहार के एक ऐसे लड़के की जिसने कई परीक्षाएं दी. कुछ में सफलता मिली तो कुछ में असफलता भी हाथ लगी, लेकिन उसने हार नहीं मानी और आखिरकार बिहार में बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा में सफलता हासिल कर ली. एक साथ तीनों परीक्षाएं पास कर लीं.
ये कहानी है बिहार के औरंगाबाद जिले के निवासी ओम प्रकाश शर्मा की. ओमप्रकाश कहने को तो ग्राम शमशेर नगर में जन्में, लेकिन उनकी पढ़ाई लिखाई बाहर ही हुई. पिता सहजानंद शर्मा की एयरफोर्स की नौकरी के कारण उनका ठौर किसी एक शहर में नहीं रहा. कभी पंजाब के किसी शहर में, कभी कहीं. ऐसे में उनको पढ़ाई के लिए भी काफी परेशान होना पड़ा. आखिरकार जब उनके पिता का तबादला दिल्ली हुआ तो उन्होंने अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए परिवार को दिल्ली में रखने का फैसला किया.
तीन भाइयों में सबसे छोटे ओमप्रकाश ने स्कूली शिक्षा के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया, उसके बाद इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएशन किया. ओमप्रकाश ने हरियाणा की एक निजी यूनिवर्सिटी से बीएड का कोर्स किया और यहीं से उन्होंने एकेडेमिक में जाने का फैसला लिया. एक समय ऐसा भी आया जब लोगों ने बीएड को लेकर ओमप्रकाश को ताने भी सुनाए. कई लोगों ने यहां तक कह डाला- ‘दिल्ली में रहकर बीएड कर रहे हो, बीएड करके तमाम बेरोजगार गांवों में घूम रहे हैं.’ लेकिन ओमप्रकाश इससे विचलित नहीं हुए और उन्होंने सीटीईटी की परीक्षा दी.
पहले ही प्रयास में उन्होंने यह परीक्षा पास कर ली. ओमप्रकाश यहीं नहीं रूके उन्होंने यूजीसी नेट की परीक्षा भी दी और इसमें भी सफलता पाई. इन दो परीक्षाओं में सफलता के बाद ओमप्रकाश का हौसला बढ़ गया. इसके बाद भी वह अपनी तैयारी में जुटे रहे. इसी दौरान उन्होंने शिक्षा मंत्रालय के अंर्तगत आने वाले जवाहर नवोदय विद्यालय की टीजीटी और पीजीटी की लिखित परीक्षा पास कर ली, लेकिन वह इंटरव्यू में सफल नहीं हुए. जिससे उन्हें थोड़ी निराशा भी हुई.
जैसे ही बीपीएससी शिक्षक भर्ती निकली उन्होंने जोर शोर से इसकी तैयारी शुरू कर दी. आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा में उनका चयन हिन्दी विषय के लिए मीडिल स्कूल, हाईस्कूल और लेक्चरर तीनों पदों पर एक साथ हो गया. ओमप्रकाश कहते हैं वह रोजाना नौ से दस घंटे तक पढाई करते थे क्योंकि उनको साबित करना था कि बीएड करके भी सरकारी नौकरी पाई जा सकती है. इस सफलता के पीछे वह सबसे बड़ा हाथ अपने परिवार में माता पिता और भाई भाभी के सहयोग को मानते हैं. उनका कहना है कि परिवार ने उन पर भरोसा किया और उनका साथ दिया जिसकी वजह से वह यह मुकाम हासिल कर पाए.
.
Tags: Bihar News, Bihar Teacher, BPSC, BPSC exam, College teachers, Government teacher job, Success Story
FIRST PUBLISHED : January 4, 2024, 17:29 IST