हिमांशु जोशी/ पिथौरागढ़. आगामी लोकसभा और उत्तराखंड में निकाय चुनावों को लेकर प्रशासनिक तैयारियां तेज हो गई हैं. चुनाव में इस्तेमाल होने वाली EVM और VVPAT मशीन के बारे में मतदाताओं को जागरूक करने का काम हर एक बूथ स्तर पर किया जा रहा है, जिससे नागरिक अपने वोट का सही से इस्तेमाल कर सके. दरअसल, भारत निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव में लोगों को ईवीएम और वीवीपैट के इस्तेमाल के लिए जागरूक करने का आदेश दिया है. जिसके तहत पिथौरागढ़ जिले में भी लोगों को ईवीएम की कार्यप्रणाली और वोट डालने के तरीकों का प्रदर्शन किया जा रहा है.
जानकारी के अभाव में वोटर कर देते हैं गड़बड़ी
अक्सर वोट डालने की सही जानकारी न होने से कई मतदाताओं का वोट खराब हो जाता है या कई बार मतदाताओं की शिकायत रहती है कि उनका वोट गलती से किसी और को चला गया है. जिसकी वजह ईवीएम से वोट डालने की सही जानकारी न होना सामने आता है, जिसे देखते हुए अब निर्वाचन आयोग ने चुनाव से पहले सभी मतदाताओं को वोट देने के लिए प्रेरित करने के साथ ही वोट डालने के तरीकों को भी बताया जा रहा है, जिससे किसी भी नागरिक का वोट बर्बाद न हो सके.
ईवीएम के सही इस्तेमाल की दी जा रही जानकारी
पिथौरागढ़ जिले में लगाई गई ईवीएम की प्रदर्शनी में जानकारी दे रहे विजय चौहान ने बातचीत में बताया कि निर्वाचन आयोग की तरफ से उन्हें यह जिम्मेदारी दी गई है कि वह सभी नागरिकों को ईवीएम की सही जानकारी पहुंचा सकें, जिससे किसी भी नागरिक को वोट डालने में कोई दिक्कत न हो. उन्होंने बताया कि वोट डालते समय वोटर के पास ईवीएम और वीवीपैट मशीन होती है. ईवीएम में अपने प्रत्याशी के नाम के आगे का बटन दबाकर वोटर वीवीपैट में अपने दिए गए वोट की जानकारी ले सकता है, जिससे उसे यह सुनिश्चित हो जाए कि उसका वोट सही जगह गया है. ईवीएम और वीवीपैटके साथ ही एक डिवाइस और होता है, जिसे कंट्रोल यूनिट कहते हैं, जो मतदान स्थल के पीठासीन अधिकारी के पास सुरक्षित रहता है. (ऊपर दिए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि ईवीएम किस तरह काम करती है).
.
Tags: 2024 Loksabha Election, EVM, General Election, Local18, VVPAT
FIRST PUBLISHED : December 7, 2023, 18:33 IST