सृजित अवस्थी/ पीलीभीत: लोकसभा चुनावों को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां तैयारी में जुट गई हैं. सूत्रों के अनुसार आम चुनाव की घोषणा अगले हफ्ते के अंत तक हो सकती हैं. एक तरफ जहां देश भर के लोग लोकतंत्र के इस पर्व के लिए उत्साहित हैं. तो वहीं दूसरी ओर प्रशासन भी चुनाव कराने की तैयारियों में जुट गया है. लेकिन पीलीभीत में जंगल से निकले वन्यजीव चुनाव में खलल डाल सकते हैं. ऐसे में जिला प्रशासन की ओर से बाघ की दहशत के लिहाज से संवेदनशील इलाकों को चिन्हित कर ज़रूरी कदम उठाए जा रहे हैं.
पीलीभीत जिले को प्रमुख तौर पर बान, बांसुरी व बाघ के लिए जाना जाता है. वहीं बीते कुछ सालों की बात करें तो बाघों के चलते पीलीभीत का नाम वैश्विक पटल पर छाया हुआ है. लेकिन सिक्के का दूसरा पहलू यह भी है कि बाघों की संख्या बढ़ने व जंगल का दायरा घटने के चलते आए दिन बाघ व तेंदुए जैसे हिंसक स्वभाव वाले वन्यजीव आबादी का रुख कर लेते हैं.
10 साल में 48 लोगों की मौत
अगर बीते 10 साल के आंकड़े देखें तो तकरीबन 48 लोग बाघ के हमले में अपनी जान गंवा चुके हैं. वहीं सितंबर 2023 से मानव-वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं में भी इजाफा हुआ है. वनराज का खौफ सबसे अधिक जिले की कलीनगर व पूरनपुर तहसील में है. दोनों तहसीलों के 20 ऐसे गांव चिन्हित किए गए हैं . ऐसे में इन इलाकों में मतदान कराना भी चुनाव आयोग के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है. एहतियातन स्थानीय प्रशासन की ओर से चिन्हित किए गए गांव में जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं. वहीं पीलीभीत टाइगर रिजर्व प्रशासन की ओर से इन गांवों में प्राथमिकता से जाल फेंसिंग कराई जा रही है.
पंडरी गांव से प्रशासन ने मुंह मोड़ा
एक तरफ़ जहां प्रशासन कई इलाकों को संवेदनशील मानते हुए एहतियात बरतने में जुटा है तो वहीं दूसरी ओर कई इलाकों से प्रशासन ने मुंह भी मोड़ लिया है. पीलीभीत शहर से तकरीबन 12 किलोमीटर दूर स्थित पंडरी गांव में पिछले 3 सप्ताह से एक से अधिक बाघों की मौजूदगी देखी जा रही है. इलाके में एक युवक मौत भी हो गई है. लेकिन वावजूद इसके न तो बाघों को रेस्क्यू किया गया न ही प्रशासन ध्यान दे रहा है.
जल्द पूरा करेंगे फेंसिंग का काम
पूरे मामले पर अधिक जानकारी देते हुए पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर नवीन खंडेलवाल ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से कुछ गांवों को चिन्हित किया गया है. इन इलाकों को प्राथमिकता पर रखते हुए फेंसिंग कार्य शुरू कर दिया गया है जिसके जल्द से जल्द पूरा होने की उम्मीद है.
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FIRST PUBLISHED : March 12, 2024, 20:15 IST