3 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
इजराइली सेना ने ये फुटेज जारी किया है। इसमें हिजबुल्लाह के ठिकाने पर हुई एयरस्ट्राइक नजर आ रही है।
इजराइल पर हमास के बाद लेबनान की तरफ से भी हमले जारी हैं। देर रात इजराइली सेना ने लेबनान बॉर्डर पर एयरस्ट्राइक की। वहीं, लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्लाह ने बताया कि 7 अक्टूबर से अब तक उनके 14 मेंबर मारे जा चुके हैं।
वहीं, टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, इजराइली सेना ने दावा किया है कि जंग की शुरुआत से अब तक हमास 550 रॉकेट मिसफायर हुए हैं। जो गाजा में ही गिरे हैं। इनसे काफी नुकसान भी हुआ है।
वेस्ट बैंक में सेना ने हमास लड़ाकों के घर तबाह किए
शनिवार देर रात इजराइली सेना ने वेस्ट बैंक में रेड की। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, यहां कई इलाकों से जंग शुरू होने के बाद से अब तक 670 फिलिस्तीनियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें से 450 फिलिस्तीनी हमास से जुड़े बताए गए हैं।
7 अक्टूबर से शुरू हुई जंग के बाद से ही वेस्ट बैंक में भी हिंसा हो रही है। अब तक यहां 81 फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं। 1300 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। पिछले 24 घंटे में यहां से 68 हमास लड़ाकों को गिरफ्तार किया गया है।
सेना ने कहा- हमने अकाबत जबर शरणार्थी शिविर में हमास के लड़ाके माहेर शालून का घर तबाह कर दिया है। उसने फरवरी में अमेरिकी-इजरायल नागरिक एलन गनेल्स की हत्या की थी। कई अन्य लड़ाकों के घर तबाह किए गए हैं।
इजराइली सेना ने वेस्ट बैंक में हमास के कई लड़ाकों के घर तबाह किए हैं।
इजराइल वेस्ट बैंक में लगातार फिलिस्तीनियों पर नजर रख रहा है।
अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन ने लेबनान के कार्यवाहक PM से बात की
इजराइल-लेबनान बॉर्डर पर बढ़ते तनाव को देखते हुए शनिवार को अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने लेबनान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री नजीब मिकाती से फोन पर बात की। उन्होंने कहा- इजराइल-हमास जंग में शामिल होने से लेबनान के लोगों पर भी खतरा मंडरा सकता है।
अहम अपडेट्स…
- हेल्थ मिनिस्ट्री का कहना है कि गाजा में मारे गए लोगों में 70 प्रतिशत महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग हैं।
- गाजा के सात अस्पतालों और 25 हेल्थ केयर सेंटर में फ्यूल की कमी के कारण लोगों की इलाज नहीं हो पा रहा है।
- गाजा के अस्पतालों में बेड ऑक्यूपेंसी 150 फीसदी तक पहुंच गई है। घायलों के इलाज के लिए अस्पतालों के बाहर टेंट लगाए गए हैं।
- इजराइली सेना ने चेतावनी दी है जो लोग गाजा नहीं छोड़ेंगे उन्हें आतंकवादी माना जाएगा।
- टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, देर रात हमास ने गाजा बॉर्डर पर तैनात इजराइली टैंकों पर हमला किया। हालांकि, इजराइली सेना ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
हमास के कब्जे से वापस आए अमेरिकी नागरिकों से बाइडेन ने बात की
हमास ने कतर की मध्यस्थता के बाद शुक्रवार रात 2 अमेरिकी नागरिकों को रिहा कर दिया। ये दोनों मां-बेटी जूडिथ और नताली हैं। इन दोनों से राष्ट्रपति बाइडेन ने फोन पर बात की। उन्होंने कहा- खुशी है कि आप घर वापस आ गए।
जंग शुरू होने के बाद यह पहला मौका है जब किसी बंधक को छोड़ा गया है। हालांकि 210 लोग अब भी हमास के कब्जे में हैं। हमास ने दोनों महिलाओं को रेड क्रॉस को सौंपा, इसके बाद रेड क्रॉस ने इन्हें इजराइल के हवाले कर दिया।
इसी बीच अमेरिकी प्रेसिडेंट जो बाइडेन ने अमेरिकी संसद से 105 अरब डॉलर का इमरजेंसी फंड रिलीज करने को कहा है। इसमें से 10.6 अरब डॉलर की मदद इजराइल को दी जाएगी। इसके अलावा 61.4 अरब डॉलर यूक्रेन को हथियार और दूसरे जरूरी सामान खरीदने के लिए दिए जाएंगे।
जुडिथ और नताली ने हमास की कैद से छूटने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से फोन पर बात की।
200 ट्रकों से 3 हजार टन सामान पहुंचेगा गाजा
इधर, इजिप्ट और गाजा के बीच की राफा क्रॉसिंग से फिलिस्तीनियों को जरूरी सामान पहुंचाने का सिलसिला शुरू हो गया है। शनिवार को 20 ट्रक जरूरी सामान लेकर गाजा पहुंचे। मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल-सीसी ने ऐलान किया कि गाजा के लोगों की मदद के लिए मिस्र की राफा क्रॉसिंग अब खुली रहेगी।
टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, राफा बॉर्डर को पार करके करीब 200 ट्रक 3 हजार टन के सामान लेकर गाजा पहुंचेंगे। इस दौरान उम्मीद जताई जा रही है कि विदेशी नागरिक गाजा छोड़कर इजिप्ट जाएंगे।
तस्वीर उन ट्रकों की है, जो फिलिस्तीनियों के लिए राहत सामग्री लेकर गाजा पहुंच चुके हैं।
इजराइल-हमास जंग रोकने के लिए मिस्र में बैठक
दोनों पक्षों में सीजफायर करवाने के लिए मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सीसी की अगुआई में काहिरा में एक समिट हुई। इसमें कतर, UAE, इटली, स्पेन, ग्रीस, कनाडा और यूरोपियन काउंसिल सहित 10 से ज्यादा देशों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
समिट में फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने कहा कि कोई भी चुनौती हो, हम अपनी जमीन छोड़कर कहीं और नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि इजराइल ने स्कूल, अस्पतालों से लेकर औरतों और बच्चों पर बम दागे हैं। इन्होंने हर तरह के मानवीय कानून का उल्लंघन किया है।
काहिरा में हुई पीस समिट में इजराइल का कोई प्रतिनिधि नहीं शामिल हुआ।
इससे पहले, जॉर्डन के किंग अब्दुल्लाह द्वितीय ने फिलिस्तीनियों की मौत पर पश्चिमी देशों की चुप्पी की निंदा की। उन्होंने कहा कि फिलिस्तीनियों को बेघर करना पूरी अरब दुनिया के लिए चिंता की बात है। मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल सीसी ने ऐलान किया कि गाजा के लोगों की मदद के लिए मिस्र की राफा क्रॉसिंग अब खुली रहेगी।
गाजा में जमीनी ऑपरेशन का प्लान जारी
इजराइली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने तेल अवीव में रक्षा समिति की बैठक में गाजा पट्टी में इजराइल के वॉर प्लान के बारे में बताया। उन्होंने कहा-हम सबसे पहले हमास की मिलिट्री कैपेबिलिटी और सरकार चलाने की क्षमता को खत्म करेंगे। दूसरे शब्दों में कहें तो हमास को जड़ से उखाड़ देंगे। इसके बाद गाजा में एक नई सुरक्षा व्यवस्था बनाएंगे।
रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा- जंग 3 चरण में होगी। हम पहले चरण में हैं। इसमें हम हवाई हमलों से हमास के ठिकानों को तबाह कर रहे हैं। जल्द जमीनी हमला करेंगे। पूरी तरह से उनका इन्फ्रास्ट्रक्चर तबाह कर देंगे। दूसरे चरण में सैनिक छोटे-छोटे ऑपरेशन जारी रखते हुए हमास के सीक्रेट एजेंट्स को भी खत्म कर देंगे। इसके बाद तीसरे चरण में गाजा में नई सुरक्षा व्यवस्था बनाएंगे। इसमें इजराइल का कोई रोल नहीं होगा।
अमेरिका और इजराइल की शर्त यह है कि मदद भेजने के पहले यह भी तय किया जाना चाहिए कि यह हमास के कब्जे में नहीं जाएगी।
इजराइल ने अपने नागरिकों से मुस्लिम देश छोड़ने को कहा
इजराइल ने मिस्र, जॉर्डन और मोरक्को समेत मुस्लिम देशों में मौजूद अपने नागरिकों को जल्द से जल्द देश छोड़ने को कहा है। साथ ही इजराइलियों को इन देशों में न जाने की भी सलाह दी है। इजराइल की नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी ने आशंका जताई है कि इन देशों में जंग की वजह से नाराज लोग इजराइलियों को अपना निशाना बना सकते हैं।
तस्वीरों में गाजा के हालात देखें…
इजराइली एयर स्ट्राइक के बाद मलबे में अपना सामान तलाशते हुए एक बुजुर्ग शख्स
गाजा के सबसे पुराने चर्च पर इजराइल के हमले के बाद मलबे में जिंदा लोगों की तलाश करते लोग।
गाजा में इजराइली एयरस्ट्राइक जारी है। अस्पताल में इलाज के लिए न तो जगह है और न ही संसाधन
अमेरिका और यूरोपियन यूनियन ने गाजा में बिगड़ते हालातों पर चिंता जाहिर की है, पर सीजफायर को लेकर चुप हैं।
इजराइली हमले में बेघर लोग तंबू लगाकर रहने को मजबूर हैं। गाजा में हजारों इमारतें तबाह हुई हैं।
गाजा में जिंदा रहने के लिए संघर्ष कर रहे लोग
‘गल्फ न्यूज’ की रिपोर्ट के मुताबिक गाजा के लोग अब सिर्फ जिंदा बचने की कोशिश कर रहे हैं। ज्यादातर लोगों के पास घर नहीं बचे हैं, वो गलियों में रात गुजार रहे हैं। वाटर सप्लाई करीब-करीब बंद है। लोगों के पास न तो पैसे हैं और न ही बेकरीज और दुकानों में सामान ही है।
गाजा में पानी की सप्लाई ठप होने की वजह से लोग गंदा पानी पीने को मजबूर हैं।
हेल्थ मिनिस्ट्री की अपील- एक लीटर डीजल भी है तो हॉस्पिटल को दें
फिलिस्तीन की हेल्थ मिनिस्ट्री ने मंगलवार रात आम लोगों के लिए अपील जारी की। कहा- अगर आपके पास एक लीटर डीजल भी है तो अस्पताल जाकर डोनेट कर दें। यहां जेनरेटर चलाने के लिए इसकी बेहद जरूरत है। हो सकता है आपकी मदद से किसी इंसान की जान बचाई जा सके।
गाजा के अस्पतालों में बिजली नहीं है। जेनरेटर चलाना भी मुश्किल है, क्योंकि डीजल नहीं है। अब लोगों से एक-एक लीटर डीजल देने की अपील की जा रही है।
गाजा के अस्पतालों में न दवाइयां न बिजली, 1 हजार बच्चों की मौत
‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ के मुताबिक गाजा में इस वक्त 5 हजार महिलाएं प्रेग्नेंट हैं और इन्हें इलाज की जरूरत है। हॉस्पिटल और क्लिनिक्स में न तो दवाइयां बची हैं और न बिजली है। इनमें से कुछ तो पहले ही बमबारी में घायल हैं। UN ने भी इस रिपोर्ट की पुष्टि कर दी है।
ग्लोबल चैरिटी एजेंसी ‘सेव द चिल्ड्रन’ के मुताबिक जंग में अब तक 1 हजार फिलिस्तीनी बच्चे मारे जा चुके हैं। अगर अब भी कुछ नहीं किया गया तो हालात बद से बदतर हो जाएंगे।
गाजा इलाके में करीब 5 हजार महिलाएं प्रेग्नेंट हैं। दवाओं और इलाज की कमी के चलते न सिर्फ इन्हें, बल्कि होने वाले बच्चे को भी खतरा है।
‘अल-अक्सा फ्लड’ के खिलाफ इजराइल का ऑपरेशन ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’
हमास ने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को ‘अल-अक्सा फ्लड’ नाम दिया है। इसके जवाब में इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’ ऑपरेशन शुरू किया।
हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा था- ये हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।
वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था- ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।
इजराइल और फिलिस्तीन के बीच क्यों है विवाद?
मिडिल ईस्ट के इस इलाके में यह संघर्ष कम से कम 100 साल से चला आ रहा है। यहां वेस्ट बैंक, गाजा पट्टी और गोलन हाइट्स जैसे इलाकों पर विवाद है। फिलिस्तीन इन इलाकों समेत पूर्वी यरुशलम पर दावा जताता है। वहीं, इजराइल यरुशलम से अपना दावा छोड़ने को राजी नहीं है।
गाजा पट्टी इजराइल और मिस्र के बीच में है। यहां फिलहाल हमास का कब्जा है। ये इजराइल विरोधी समूह है। सितंबर 2005 में इजराइल ने गाजा पट्टी से अपनी सेना वापस बुला ली थी। 2007 में इजराइल ने इस इलाके पर कई प्रतिबंध लगा दिए। फिलिस्तीन का कहना है कि वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी में स्वतंत्र फिलिस्तीन राष्ट्र की स्थापना हो।
ये खबर भी पढ़ें…
अल-अक्सा मस्जिद में इजराइली पुलिस ने नमाजियों को गिरफ्तार किया; हमास ने कहा- कीमत चुकानी पड़ेगी
इजराइल में यरुशलम के अल-अक्सा मस्जिद में पुलिस और फिलिस्तीनियों की बीच झड़प हो गई। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कई लोगों को गिरफ्तार किया और उन पर पवित्र मस्जिद को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। पुलिस के मुताबिक, कुछ फिलिस्तीनियों ने खुद को पटाखों, लाठी और पत्थरों के साथ मस्जिद में बंद कर लिया था और बाहर बैरिकेडिंग लगा दी थी। पढ़ें पूरी खबर…