लीबिया से यूरोप जा रहे 61 प्रवासियों की मौत: समुद्र की तेज लहरों के सामने नहीं टिक सकी नाव; मरने वालों में महिला-बच्चे शामिल

18 घंटे पहले

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हादसे में बचे 26 लोगों को लिबिया के डिटेंशन सेंटर में रखा है। - Dainik Bhaskar

हादसे में बचे 26 लोगों को लिबिया के डिटेंशन सेंटर में रखा है।

लीबिया के पास एक नाव डूबने से उसमें सवार 60 से ज्यादा प्रवासियों की मौत हो गई। इस नाव में औरतें और बच्चे भी शामिल थे। बोट 86 लोगों के साथ लिबिया के ज्वारा पोर्ट से यूरोप के लिए रवाना हुई थी।

BBC की रिपोर्ट के मुताबिक ये बोट समुद्र में उठी तेज लहरों के सामने टिक नहीं पाई और पलट गई। इस तरह गैर कानूनी तरीके से यूरोप जाने की कोशिश करते हुए 2023 में 2200 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

दुनिया का सबसे खतरनाक रूट
इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन फॉर माइग्रेशन (IOM) ने लीबिया से यूरोप जाने के रास्ते को सबसे खतरनाक माइग्रेशन रूट घोषित किया है। कुछ मॉनिटरिंग ग्रुप्स के मुताबिक, 2014 के बाद से इस रूट पर 20 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है या वो लापता हो गए हैं।

मरने वालों में ज्यादातर लोग नाइजीरिया, गाम्बिया और दूसरे अफ्रीकी देशों के थे। इस हादसे में बचे 25 लोगों को लिबिया के डिटेंशन सेंटर में भेजा गया है।

यूरोप जाने की होड़ में पाकिस्तान के 300 लोगों की मौत
ग्रीस के पास इसी साल 14 जून को नाव डूबने की घटना में पाकिस्तान के 300 लोगों की मौत हुई थी। पाकिस्तान की लोकल मीडिया ने ये जानकारी दी थी। पाकिस्तान की न्यूज वेबसाइट डॉन के मुताबिक नाव में पाकिस्तान के 400, मिस्र के 200, सीरिया के 150 लोग सवार थे।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने हादसे के बाद मानव तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही थी। इसके बाद पाकिस्तान ने PoK से 9 मानव तस्करों को गिरफ्तार गया था। इन पर गैर-कानूनी तरीकों से पाकिस्तान के लोगों को यूरोप पहुंचाने की कोशिश करने के आरोप लगाए गए थे।

दरअसल, पाकिस्तान में आर्थिक तंगी और राजनीतिक अस्थिरता से परेशान होकर काफी लोग गैर कानूनी तरीकों से यूरोप की ओर कूच कर रहे हैं। इसमें कुछ सफल हो पाते हैं तो कुछ जान गंवानी पड़ती है।

तस्वीर प्रवासियों की उस नाव की है, जो 14 जून को ग्रीस के पास डूब गई। इसमें पाकिस्तान, सीरिया अफगानिस्तान के नागरिक सवार थे।

तस्वीर प्रवासियों की उस नाव की है, जो 14 जून को ग्रीस के पास डूब गई। इसमें पाकिस्तान, सीरिया अफगानिस्तान के नागरिक सवार थे।

पाकिस्तान के लोगों को जानबूझकर मरने के लिए नाव के नीचे वाले हिस्से में भेजा
UN के मुताबिक बोट में 400 से 750 लोग मौजूद थे। इनमें 200 से ज्यादा पाकिस्तान के थे। हादसे के बाद 78 लोगों के शव बरामद किए गए। जबकि 500 लोग लापता बताए गए थे। वहीं, द गार्जियन ने हादसे में जिंदा बचे लोगों के हवाले से बताया है कि पाकिस्तान के लोगों जानबूझकर नाव के नीचे वाले इलाके डॉक में भेजा गया, जहां बचने की संभावना न के बराबर होती है। बोट में मौजूद लोगों ने ऐसा जानबूझकर किया।

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