लाल फूलों वाला ये पेड़ है महिलाओं के लिए वरदान, ल्यूकोरिया और पीरियड्स की अचूक दवा, ऐसे करें इस्तेमाल

सिमरनजीत सिंह/शाहजहांपुर : हमारे आसपास ऐसे हजारों पेड़-पौधे मौजूद हैं, जिनका उपयोग दवाओं के निर्माण में होता है .आयुर्वेद में ऐसे पेड़-पौधों को बहुत महत्व दिया जाता है. अक्सर जब जड़ी-बूटियों की बात होती है, तो तुलसी, गिलोय या आंवला की सबसे ज्यादा बात होती है. लेकिन कई ऐसे पौधे हैं जिनको बहुत अधिक महत्व नहीं मिल पाता .ऐसा ही एक पेड़ सेमल. सेमल अक्सर सड़क किनारे देखने को मिल जाएगा. इस पेड़ के फूल सेहत के लिए वरदान होते हैं. आयुर्वेद में सेमल का पेड़ औषधीय गुणों का खजाना माना गया है. इसके पत्ते महिलाओं में होने वाली गंभीर बीमारी ल्यूकोरिया के इलाज में बहुत मददगार साबित होते हैं.

कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर की वैज्ञानिक डॉ. विद्या गुप्ता ने बताया कि सेमल में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल, एंटी-वायरल, एंटी-कैंसर गुण पाए जाते हैं. साथ ही सेमल में एनाल्जेसिक, एंटीपायरेटिक, एंटीडिप्रेसेंट, और एंटी-एलर्जिक गुण भी होते हैं. जिसकी वजह से यह लीवर की समस्या और चेहरे पर होने वाले कील-मुंहासे की समस्या से निजात दिलाता है.

इन बीमारियों के इलाज में कारगर 
डॉ. विद्या गुप्ता ने लोकल 18 को बताया कि डायरिया होने पर सेमल के फूल के ऊपरी छिलकों को रात के वक्त भिगोकर सुबह मिश्री मिलाकर पीना चाहिए. इससे काफी राहत मिलती है. सेमल वृक्ष की छाल को पीसकर लेप लगाने से शरीर पर बने गहरे जख्म भी जल्दी भर जाते हैं. सेमल में एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं. साथ ही अगर आपको खांसी की शिकायत है तो सेमल की जड़ का सेवन करें. जल्द ही आपको खांसी की समस्या से काफी हद तक राहत मिलेगी.

ल्यूकेरिया के इलाज में कारगर
डॉ. विद्या गुप्ता ने लोकल 18 को बताया कि महिलाओं के लिए सेमल के फूल काफी फायदेमंद होते हैं. इसके पत्ते महिलाओं में होने वाली गंभीर बीमारी ल्यूकोरिया में बहुत मददगार होते हैं. ऐसी महिलाओं को सेमल के फूल की सब्जी बनाकर खाना चाहिए. इरेगुलर पीरियड्स की समस्या में भी सेमल का इस्तेमाल फायदा पहुंचाता है. यह पीरियड्स से जुड़ी अन्य समस्याओं में भी लाभकारी है.

कमर दर्द में ऐसे करें इस्तेमाल
डॉ. विद्या गुप्ता ने बताया कि अगर आप कमर दर्द की समस्या से परेशान है तो सेमल के फूल आपके लिए एक दवा के तौर पर काम करता है. आपके शरीर में कहीं सूजन या गांठ बनने पर सेमल के पत्तों को पीसकर मरहम लगाने या बांधने से बहुत फायदा मिलता है. और गांठ कम हो जाती है. सेमल के फूल का लड्डू भी बनाया जा सकता है. नियमित तौर पर इसका सेवन करने से शरीर मजबूत होगा.

ब्लड प्यूरीफायर है सेमल के फूल
डॉ. विद्या गुप्ता ने बताया कि सेमल के पत्ते और फूल ब्लड प्यूरीफायर की तरह काम करते हैं. खून को साफ करने के लिए आप सेमल के फूल और फल का सेवन कर सकते हैं. इससे रक्त संबंधी समस्याएं ठीक होने में मदद मिलती है. साथ ही सेमल का फूल शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकालता है, और खून की सफाई करता है.

मुंहासे की समस्या से मिलेगी राहत
डॉ. विद्या गुप्ता ने बताया कि सेमल के फूल में एंटीएजिंग गुण पाया जाता है, सेमल का फूल उम्र बढ़ने के कारण त्वचा पर दिखने वाली झुर्रियों को कम कर सकता है. सेमल की पत्तियों और छाल, मुंहासे की समस्या से राहत दिला सकती है. सेमल की जड़ से बने पेस्ट को मुंहासे, त्वचा के दाग-धब्बे और पिगमेंटेशन के घरेलू इलाज में इस्तेमाल किया जा सकता है.

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Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

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