पटना. बिहार की पल-पल बदलती राजनीति के बीच राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने एक बड़ा दांव खेल दिया है. कृषि मंत्री और आरजेडी नेता कुमार सर्वजीत का बहुत बड़ा बयान सामने आ रहा है. कुमार सर्वजीत ने कहा है कि सरकार से समर्थन वापस लिया जा रहा है. यदि ऐसा होता है तो इस्तीफे के पहले ही नीतीश कुमार सरकार अल्पमत में आ जाएगी.
दरअसल, भाजपा और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के बीच सरकार बनाने का फॉर्मूला तय होने की खबरों के बीच कुमार सर्वजीत का बयान सामने आया है. उन्होंने अपनी सरकारी गाड़ी वापस कर दी है. इसके बाद आरजेडी खेमे के बाकी मंत्रियों ने भी अपनी सरकारी गाड़ियों को लौटाना शुरू कर दिया है.
क्या वजह हो सकती है समर्थन वापसी की?
आरजेडी इस बार नीतीश को यूं ही सत्ता सौंपने के मूड में नहीं दिख रही है. इस वजह से खुद लालू यादव भी सियासी बिसात पर बदलती बाजी को देखते हुए सक्रिय हो गए थे. उन्होंने पहला दांव खेलते हुए जीतनराम मांझी की हिंदुस्तानी अवामी मोर्चा (हम) को सरकार बनाने का प्रस्ताव दिया था. इस फॉर्मूल के तहत जीतनराम मांझी के बेटे को उपमुख्यमंत्री बनाया जाना था. ऐसे में अब समर्थन वापसी के रूप में उन्होंने अपनी दूसरी चाल चल दी है. विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसा करने से नीतीश सरकार के अल्पमत आने पर सबसे बड़े दल के रूप में आरजेडी सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है.
बिहार में नंबर गेम
आरजेडी 79
भाजपा 78
जेडीयू 45
कांग्रेस 19
सीपीआई-माले 12
हम पार्टी 4
एआईएमआईएम 1
सीपीआई 2
सीपीएम 2
निर्दलीय 1

हम पार्टी के चार विधायकों को पेशकश
महागठबंधन को जेडीयू के बगैर सरकार बनाने के लिए आठ विधायकों की जरूरत होगी. ऐसे में हम पार्टी के चार विधायकों को सबसे पहले पेशकश की गई थी. बिहार विधानसभा में बहुमत के लिए 122 का मैजिक नंबर है. ऐसे में आरजेडी, कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियां मिलाकर यह आंकड़ा 114 तक ही पहुंच रहा है. वहीं, भाजपा, जेडीयू और हम का गठबंधन हो जाता है तो उनकी कुल संख्या 127 तक पहुंच जाएगी.
.
Tags: Bihar politics, CM Nitish Kumar, Lalu Yadav, PATNA NEWS, RJD
FIRST PUBLISHED : January 27, 2024, 13:48 IST