विशाल भटनागर/ मेरठ:अभी तक आपने विभिन्न प्रतियोगिताओं के बारे में सुना होगा. जिसमें लाखों रुपए का इनाम होता है. उस प्रतियोगिता को जीतने के लिए संबंधित प्रतिभागी हर संभव प्रयास करते हैं. लेकिन मेरठ में एक अजब-गजब नजारा देखने को मिल रहा है. जहां एक किलो मिठाई के डिब्बे के लिए लाखों रुपए खर्च करते हुए कबूतर बाजी की प्रतियोगिता में जीतने के लिए जी जान लगा दी है.
दरअसल मेरठ के हाजी राशिद और दिल्ली के मशहूर कबूतरबाज नीटा उस्ताद उस्ताद के बीच नेशनल लेवल की यह कबूतर बाजी की प्रतियोगिता आयोजित हुई है. जिसमें जिसके भी कबूतर हवा में सबसे ज्यादा देर तक उड़ान भरेंगे. वही विनर घोषित होगा.
शौक के लिए खर्च होते हैं लाखों रुपए
हाजी राशिद ने बताया कि उनके पास पंजाबी और मद्रासी नस्ल के कबूतर है. उन्हीं 271 कबूतरों को उन्होंने हवा में उड़ान भरने के लिए उड़ाया है. उन्हें पूरा विश्वास है कि उनके कबूतर उन्हें इस प्रतियोगिता में विजय बनाएंगे. हालांकि उन्होंने बताया कि वह जिससे यह प्रतियोगिता कर रहे हैं. वह काफी बड़े नेशनल लेवल के चैंपियन है, लेकिन उन्हें अपने कबूतरों की परवरिश पर पूरा भरोसा है. उन्होंने बताया कि कबूतर की डायट के लिए एक महीने में डेढ़ लाख रुपये खर्च हो जाते हैं. लेकिन उनको यह शौक है. जिसे वह पूरा करते आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि उनके बड़े भाई को भी कबूतर बाजी का काफी शौक था.
प्रतियोगिता देखने की लगी होड़
प्रतियोगिता का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं. कबूतरबाजी की प्रतियोगिता को देखने के लिए ही दोनों ही तरफ से 10-10 लोगों का प्रतिनिधिमंडल एक दूसरे जगह पर भेजा गया. जिससे कि इसका फाइनल रिजल्ट बनाया जा सके. वही मेरठ वासियों में भी प्रतियोगिता के प्रति काफी उत्साह देखा गया. सुबह से ही हाजी राशिद की छत पर काफी संख्या में लोग पहुंचने लगे हैं. आसपास के लोग भी अपनी छत से कबूतरों की उड़ान देख रहे हैं.बताते चलें कि इन कबूतरों की उड़ान का समय न्यूनतम 5 घंटे और अधिकतम 12 घंटे रखा गया है. अगर न्यूनतम से कम में कबूतर अपने स्थान पर आकर बैठ जाएंगे. तो वही कबूतर बाज इस प्रतियोगिता को हार जाएगा.
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FIRST PUBLISHED : November 21, 2023, 11:41 IST