लाखों की लागत से निर्मित जिला अस्पताल का लिफ्ट बना शोपीस, जानें कब होगा चालू ?

सनन्दन उपाध्याय/बलिया: जिला अस्पताल में लाखों की लागत से वर्षों पहले लिफ्ट का निर्माण हुआ. लेकिन यह लिफ्ट भी सुविधाओं के अभाव का शिकार हो गया. जिस उद्देश्य से यह बना वह एक सपना बन कर रह गया. मरीजों को सही मायने में इसका लाभ नहीं मिल पाया. मरीजों व उनके साथ आने वाले तीमारदारों को मजबूरी में सीढ़ियों के रास्ते से ही आना-जाना पड़ता है. पूर्व में एक दो बार संचालित जरूर हुआ. लेकिन जितनी चहल-पहल से इसकी शुरुआत की गई. उतनी ही तेजी से बंद भी हो गया.

बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर जी के प्रयास से जिला अस्पताल के निकट एक तीन मंजिलें भवन का निर्माण हुआ. जिसमें मरीज चिकित्सकों व कर्मचारियों को मंजिलें भवन पर जाने में सहूलियत मिलने के उद्देश्य से यहां पर लिफ्ट का निर्माण किया गया था. जो आज तक सपना ही बना हुआ है. मरीजों की सुविधा के लिए लगाई गई लिफ्ट अब शोपीस बनकर रह गया है. खराब होने के कारण लंबे समय से इसका संचालन नहीं हो रहा है, इस कारण मरीजों व डॉक्टर्स को रैंप का उपयोग करना पड़ता है, इसमें भी मरीजों को सबसे ज्यादा परेशानी होती है.

2003 में लगा था लिफ्ट
जिला अस्पताल के बगल में निर्मित नए भवन में लगभग 2003 में लिफ्ट का निर्माण हुआ. लेकिन जिस उद्देश्य से इस लिफ्ट को बनाया गया. वह उद्देश्य शायद सभी के लिए एक सपना ही बना रह गया. आज तक शुद्ध रूप से इस लिफ्ट सेवा का लाभ कोई नहीं ले पाया. वर्तमान स्थिति यह है कि लिफ्ट जर्जर स्थिति में है.

मरीजों और परिजनों की बढ़ी परेशानी
जिला अस्पताल में आए मरीज के तीमारदारो ने बताया कि जिला अस्पताल में मरीजों के लिए बना लिफ्ट आज तक चालू नहीं हुआ. जिससे हम सभी को काफी परेशानी होती है. कभी मरीज को कंधे पर ले जाना पड़ता है. अगर पुनः लिफ्ट संचालित होता है तो मरीजों को काफी सुकून मिलेगा.

जल्द शुरू होगा लिफ्ट
लिफ्ट सेवा के इस पूरे प्रकरण में सीएमएस डॉ. एसके यादव ने कहा की जिला अस्पताल में मरीजों की सुविधा के लिए लिफ्ट बना है. लेकिन किसी कारणवश संचालित नहीं हो पा रही है. उसके लिए मैंने दूरभाष के माध्यम से मंडलीय टेक्नोलॉजिस्ट से बात किया है. उन्होंने अवगत कराया है कि अगले सप्ताह तक लिफ्ट संचालित कर दिया जाएगा.

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