लगातार 16 घंटे चली सर्जरी, 11 बच्चों का हुआ जन्म, बिहार के इस सरकारी अस्पताल में बना रिकॉर्ड

मुंगेर. कहा जाता है कि अगर आप में क्षमता है तो आपके लिए कोई भी काम नामुमकिन नहीं है. ऐसा ही वाकया बिहार के मुंगेर सदर अस्पताल में देखने को मिला जहां प्रसव वार्ड में महिला डाक्टर अर्चना और एनेस्थेटिक चिकित्सक डा.आशीष ने पूरी तन्यमता के साथ लगातार 16 घंटा तक नॉन स्टॉप कार्य किया. इस दौरान दोनों डॉक्टर्स ने 11 गर्भवती महिलाओं का सीजेरियन कर प्रसव कराया, जो सदर अस्पताल के लिए एक कीर्तिमान है.

इससे पहले डा.अर्चना और डा.निर्मला गुप्ता द्वारा सम्मिलित रूप से एक दिन में 07 सिजेरियन का रिकार्ड था. सीजेरियन के बाद सभी जच्चा व बच्चा पूरी तरह स्वस्थ हैं. सीजेरियन में ओटी असिस्टेंट के अलावा स्टाफ नर्स पूरी तन्मयता के साथ जुटे रहे. इस दौरान अस्पताल प्रबंधक मनीष कुमार भी देर रात तक सीजेरियन कराई सभी महिलाओं को बेड उपलब्ध कराने में लगे रहे. प्रसव वार्ड की इंचार्ज नीतू कुमारी ने बताया कि सोमवार से मंगलवार सुबह तक कुल 24 गर्भवती पहुंची थी, जिसमें से 11 का सिजेरियन हुआ जबकि शेष की नार्मल डिलिवरी हुई.

पिछले 6 महीने की बात की जाए तो 656 नॉर्मल डिलीवरी और 73 सिजेरियन कर एक कीर्तिमान स्थापित करते हुए आंकड़ा पार किया गया है, साथ ही सदर अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के लिए सारी सुविधा मुहैया करवाई गई है. डॉ अर्चना ने बताया कि एक दिन में 24 घंटे के अंदर 16 घंटा लगातार कार्य कर 11 महिलाओं का जो सिजेरियन किया गया. इसमें पूरे अस्पताल प्रशासन का योगदान है, क्योंकि सिजेरियन वार्ड में महिला सर्जन डाक्टर अर्चना और एनेस्थेटिक डा.आशीष कुमार की लगनशीलता और तन्मयता के कारणही एक दिन में 11 सिजेरियन संभव हो पाया है.

पहले एक समय था जब प्रसव कराने गर्भवती महिलाएं सरकारी अस्पताल जाने से कतराती थीं लेकिन आज स्थिति बदली है. अब जहां सुरक्षित प्रसव के लिए महिलाओं की पहली पसंद सदर अस्पताल बनता जा रहा है. अस्पताल प्रबंधन भी गर्भवतियों को सुरक्षित प्रसव के लिए मुफ्त दवा, जांच, एम्बुलेंस सहित हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराने में जुटा है. डॉक्टर जो कल तक काम को टाल देते थे, आज उनमें काम करने की संस्कृति आ गई है.

Tags: Bihar News, Munger news

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