एक तरफ बिहार की सियासत दिन-ब-दिन गर्म होती दिख रही है तो वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को देशरत्न मार्ग स्थित सचिवालय परिसर में आयोजित ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम में शामिल हुए.

CM नीतीश (Photo Credit: Newsstate Bihar Jharkhand)
highlights
- लंबे अर्सें बाद जनता से रूबरू हुए सीएम नीतीश
- 47 लोगों ने नीतीश के सामने की फरियाद
- अधिकारियों को दिए कई महत्वपूर्ण आदेश
Patna:
Bihar Politics News: एक तरफ बिहार की सियासत दिन-ब-दिन गर्म होती दिख रही है तो वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को देशरत्न मार्ग स्थित सचिवालय परिसर में आयोजित ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम में शामिल हुए. वहीं ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न जिलों से आए 47 लोगों की समस्याएं सुनीं और उनके समाधान के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को उचित कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया. बता दें कि, आज जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में सामान्य प्रशासन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, समाज कल्याण विभाग, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, वित्त विभाग, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, विज्ञान और प्रावैधिकी विभाग, सूचना प्रावैधिकी विभाग, कला, संस्कृति और युवा विभाग, श्रम संसाधन विभाग एवं आपदा प्रबंधन विभाग से संबंधित मामलों पर सुनवाई हुई.
वहीं मुख्यमंत्री के जनता दरबार कार्यक्रम में मुंगेर जिले से आये अभिषेक कौशिक ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि उनके पिता शिक्षा विभाग में कार्यरत थे और उनकी मृत्यु हो गयी. साथ ही अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति में भी देरी हो रही है, जिससे परिवार की आर्थिक स्थिति दयनीय होती जा रही है, कृपया इसका समाधान निकालें. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. इसके अलावा कैमूर जिले के मोहनिया प्रखंड के एक ग्रामीण ने मुख्यमंत्री से शिकायत की कि आरा गांव के राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय परिसर में स्थानीय निवासियों द्वारा गंदा पानी बहाया जाता है, जिससे विद्यालय में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है और पठन-पाठन में असुविधा होती है. मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
लोगों ने CM नीतीश के सामने की फरियाद
आपको बता दें कि मुजफ्फरपुर जिले से आई देवयानी भारती ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मैं वर्ष 2019 में स्नातक उत्तीर्ण कर चुकी हूं लेकिन अब तक मुझे मुख्यमंत्री बालिका (स्नातक) प्रोत्साहन योजना का लाभ नहीं मिला है. साथ ही मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग को उचित कार्य करने का निर्देश दिया. बक्सर जिले के ब्रह्मपुर से आये उदय कुमार उज्जैन ने मुख्यमंत्री से सरकारी स्कूल परिसर की जमीन पर असामाजिक तत्वों द्वारा कब्जा किये जाने की शिकायत की. बता दें कि मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया. वहीं जहानाबाद जिला के मखदुमपुर से आयी हुए मंजू देवी ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा है कि, ”उनके ससुर की मृत्यु कोरोना से हो गई थी, लेकिन अबतक सहायता राशि नहीं मिली है.” जिसके बाद मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
इसके साथ ही आपको बता दें कि मधेपुरा जिले से आये पिंटू कुमार ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि, ग्वालपाड़ा प्रखंड के सुखासन पंचायत में बरसात के दिनों में सुरसा नदी में पानी का बहाव बढ़ जाने से गंभीर स्थिति हो जाती है. क्षरण उत्पन्न होता है. वहीं ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए कटानरोधी कार्य कराने की कृपा करें,” जिसके बाद मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया. समस्तीपुर जिले से आये मो. कलमुद्दीन ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि, ”मैं दिव्यांग हूं, मुझे बैटरी चालित ट्राइसाइकिल उपलब्ध करायी जाये, ताकि मैं आसानी से यात्रा कर सकूं.” मुख्यमंत्री ने समाज कल्याण विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया. गया जिले से आये श्री मदन सिंह ने मुख्यमंत्री से अपील करते हुए कहा कि, ”मेरे गांव बड़की परसिया की आबादी 1200 से अधिक है, वहां कोई प्राथमिक विद्यालय नहीं है, इसलिये मेरे गांव में एक विद्यालय का निर्माण कराया जाये.” इस गुहार को सुनकर मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
First Published : 11 Dec 2023, 03:52:40 PM