रोज सिर्फ इतना नमक अपनी डाइट से निकाल लीजिए, फिर देखिए कमाल, 3 बीमारियों में दवा से ज्यादा असरदार

हाइलाइट्स

विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक एक वयस्क व्यक्ति को रोजाना 5 ग्राम से कम नमक का सेवन करना चाहिए.
नमक के सेवन में कमी लाकर दुनिया में 25 लाख लोगों को मौत से बचाया जा सकता है.

Reducing Salt Benefits on Body: नमक हमारे जीवन के लिए जरूरी है. लेकिन अगर इसे जरूरत से ज्यादा लिया जाए तो इतनी तरह की बीमारियां होंगी कि आप सोच भी नहीं सकते. सबसे ज्यादा संकट हार्ट पर आता है. दरअसल, नमक का अधिकांश हिस्सा सोडियम रहता है. सोडियम हमारे शरीर में फ्लूड को बैलेंस करता है. इस कारण मसल्स और नर्व काम करते हैं. जब शरीर में सोडियम कम होगा तो किडनी पानी को रोककर रख लेगी जब सोडियम ज्यादा हो जाएगा तो किडनी पेशाब के रास्ते इसे बाहर निकाल देगी. लेकिन जब बहुत ज्यादा सोडियम होगा तो किडनी इसे निकालने में सफल नहीं हो पाएगी और इसका नतीजा होगा कि सोडियम खून में जमा होने लगेगा और यह पानी को रोककर रखने लगेगा.

इससे ब्लड का वॉल्यूम बढ़ जाएगा जिसके कारण हार्ट को पंप करने में दिक्कत होगी. इससे आर्टरी में प्रेशर ज्यादा हो जाएगा जिके कारण कई तरह के हार्ट डिजीज और किडनी की बीमारियां हो जाएंगी. इसलिए हालिया एक अध्ययन में यह साबित हुआ है कि अपने रोजाना के जीवन में हर रोज अगर आप एक चम्मच नमक की कटौती कर देंगे तो हाई ब्लड प्रेशर के मरीज को जितना दवा खाने से लाभ मिलता है, उससे कहीं ज्यादा फायदा मिलेगा.

अधिकांश मिडिल एज लोग खाते हैं ज्यादा नमक

फॉक्स न्यूज के मुताबिक जर्नल ऑफ अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन के अध्ययन में स्पष्ट रूप से यह पाया गया है कि रोजाना एक चम्मच खाने में नमक की कटौती शरीर पर कई तरह के सकारात्मक बदलाव ला सकती है. इनमें हाई ब्लड प्रेशर की दवा जितना फायदा मिल सकता है और कई अन्य बीमारियों के लक्षण भी कम हो सकते हैं. यह उनलोगों के लिए फायदेमंद तो है ही जिन्हें हाई ब्लड प्रेशर है बल्कि उन लोगों के लिए भी फायदेमंद हैं जिन्हें हाई बीपी नहीं है. वेंडरविल्ट यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर, नोर्थवेस्टर्न में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. दीपक गुप्ता ने बताया कि मीडिल एज के अधिकांश लोग जरूरत से कहीं अधिक नमक का सेवन करते हैं, इसलिए उन्हें हाई बीपी का सबसे अधिक जोखिम रहता है. उन्होंने बताया कि सामान्य डाइट की तुलना में लो सोडियम डाइट सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर (उपर वाला) को 6 एमएम तक कम देता है. इतना बीपी दवा खाने से ही कम होता है लेकिन एक चम्मच कम नमक भी यह काम कर सकता है.

कितना नमक है जरूरी

विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक एक वयस्क व्यक्ति को रोजाना 5 ग्राम से कम नमक का सेवन करना चाहिए. इसमें 2 ग्राम सोडियम और 3.5 ग्राम पोटैशियम होना चाहिए लेकिन दुनिया भर के अधिकांश लोग 9 से 12 ग्राम नमक का सेवन करते हैं. आजकल जितने भी प्रोसेस्ड फूड जैसे पिज्जा, बर्गर आदि में इससे कहीं ज्यादा नमक होता है. ज्यादा नमक का नतीजा यह है कि इससे कार्डियोवैस्कुलर डिजीज, स्ट्रोक और कोरोनरी हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ जाता है. जो हार्ट की परेशानी से पहले से पीड़ित हैं, उनके लिए ज्यादा नमक खाना और भी घातक है. डब्ल्यूएचए के मुताबिक नमक के सेवन में कमी लाकर दुनिया में 25 लाख लोगों को मौत से बचाया जा सकता है.

ज्यादा नमक के दुष्परिणाम

ज्यादा नमक को पचाने के लिए किडनी को पानी की अतिरिक्त आवश्यकता होती है. इससे तत्काल पेट फूलने लगेगा और चेहरे पर पफी जैसा दिखने लगेगा. इसके अलावा हाथ और पैर में सूजन भी आ जाती है. ज्यादा नमक के सेवन से लंबे समय तक हाई ब्लड प्रेशर और दिल से संबंधित जटिलताएं आ सकती हैं. इसलिए यदि ज्यादा नमक का सेवन करते हैं तो एक्सरसाइज करना जरूरी हो जाता है. अगर पसीना निकलता है तो इससे अतिरिक्त नमक बाहर आ जाता है. वहीं अल्कोहल का सेवन नमक की मात्रा को शरीर में और बढ़ा सकता है. यानी ज्यादा नमक का सेवन न करें तो कम से कम हार्ट अटैक, स्ट्रोक और किडनी की बीमारियों से मुक्ति मिल सकती है.

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