राहुल मनोहर/ सीकर. अयोध्या में रामलला विराजमान हो गए हैं. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को देश के सभी हिस्सों में त्यौहार की तरह मनाया गया. वहीं प्रदेश में कई दंपतियों के लिए यह अवसर बहुत ही खास रहा. रामलला प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर जन्मे बच्चों का नामकरण प्रभु श्री राम एवं माता सीता के नाम पर कई परिवार जनों ने अपनी संतानों का नाम रखा.
सीकर जिले के इस दंपती के लिए प्राण प्रतिष्ठा का दिन बहुत विशेष रहा. 16 साल बाद इस दंपति के घर किलकारियां गूंजी है. खंडेला विधानसभा क्षेत्र के निवासी दंपती के घर ऐसा हुआ है. शादी के 19 साल बाद बेटा पैदा हुआ है. उन्होंने अपने बेटे का नाम राम रखा है. नवजात के पिता सीताराम यादव ने बताया कि वह खंडेला इलाके के बुदा का बास के रहने वाले हैं और खंडेला इलाके में ही रेस्टोरेंट चलाते हैं.
दंपति की शादी 2004 में हुई थी. इसके बाद उनके चार बेटियां हुई. 22 को उन्होंने अपनी पत्नी निर्मला को अस्पताल में भर्ती करवाया. निर्मला ने चार पुत्रियां के पश्चात अस्पताल में बेटे को जन्म दिया है. पहले घर में बेटियों के रूप में चार लक्ष्मी थीं. उन्होंने बताया कि इस ऐतिहासिक दिन पर बेटे ने जन्म लिया है. इसलिए उसका नाम राम रखेंगे.
मां निर्मला ने कहा मेरे घर जन्मे हैं राम
बच्चे को जन्म देने वाली मां निर्मला ने बताया कि वह बेहद खुश है कि भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के दिन ही उनके भगवान राम के रूप में बेटा जन्मा है. हमारे घर साक्षात भगवान राम आए हैं. जिसको लेकर लोगों में काफी उत्साह है. बेटे के जन्म के बाद परिवार वाले भी बहुत अधिक खुश है. परिवार वालों ने राम के नाम के लड्डू पूरे गांव में बटवाएं हैं.
शुभ घड़ी में सीकर के 253 घरों में गूंजी किलकारियां
अयोध्या के राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो गई है. जिले के सरकारी और निजी अस्पतालों में प्राण प्रतिष्ठा के दिन 253 से अधिक बच्चों ने जन्म लिया. इस शुभ मुहूर्त में बच्चों को जन्म देने वाली माताएं खुद को और अपने बच्चों को बहुत ही अधिक भाग्यशाली मान रही है.
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FIRST PUBLISHED : January 23, 2024, 22:20 IST