रेव पार्टी: FIR के बाद मेनका गांधी पर भड़के एल्विश यादव, पूछा- ऐसे मिलती है लोकसभा टिकट?

नोएडा में एक रेव पार्टी में सांप के जहर की आपूर्ति को लेकर एक मामला तब तूल पकड़ गया, जब इसमें यूट्यूबर और बिग बॉस ओटीटी विजेता एल्विश यादव का नाम सामने आया। बहरहाल, इस मामले में यूट्यूबर सहित छह लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद एल्विश ने अपनी कथित संलिप्तता से इनकार किया है। इस बीच, उन्होंने पीपल फॉर एनिमल्स (पीएफए) की संस्थापक मेनका गांधी पर भड़कते हुए पूछा कि लोकसभा टिकट ऐसे मिलते हैं, आप पर शर्म आती है।

दरअसल, उक्त मामले के सामने आने के बाद, बीजेपी सांसद और पीपल फॉर एनिमल्स (पीएफए) की संस्थापक मेनका गांधी ने कहा था, “उन्हें तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। यह ग्रेड-1 अपराध है जिसका मतलब है सात साल की जेल। पीएफए ने जाल बिछाया और इन लोगों को पकड़ा। वह इसका इस्तेमाल करता है।उनके वीडियो में सांपों की लुप्तप्राय प्रजातियां थीं। बाद में हमें पता चला कि वह नोएडा और गुरुग्राम में सांपों का जहर बेचते हैं…।”

इसके बाद एलविश यादव ने ट्वीट किया, “इस्कॉन पर इल्जाम लगा दो। मुझ पर लगा दो। ऐसे मिलती है लोकसभा की टिकट ?” उन्होंने आगे हैशटैग के साथ लिखा कि “आप पर शर्म आती है मेनका गांधी।” उन्होंने एक और ट्वीट में लिखा, “ऐसे लोगों को ऐसे पोस्ट पर बैठे देखकर हैरान हूं। जिस हिसाब से इल्ज़ाम लगाया है मैडम ने हमसे हिसाब की माफ़ी भी तैयार रखें। “

बता दें कि उत्तर प्रदेश वन विभाग और नोएडा पुलिस ने नोएडा के सेक्टर 51 सैफ्रन विला में संयुक्त छापेमारी की और एक रेव पार्टी में कथित तौर पर सांप के जहर की आपूर्ति करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया।

एल्विश यादव ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट से एक वीडियो साझा किया है। इसमें वह कहते नजर आ रहे हैं, ‘हां जी गाइज, मैं हूं आपका एल्विश यादव। मैं सुबह उठा और मैंने देखा कि कैसे कैसे न्यूज फैली हुई है मेरे खिलाफ। मीडिया में न्यूज फैली है कि एल्विश यादव अरेस्ट हो गए, एल्विश नशीले पदार्थ के साथ पकड़े गए। मुझ पर लगे सभी आरोप बेबुनियाद हैं। सारे फेक हैं, एक पर्सेंट भी इनमें सच्चाई नहीं है’।

एल्विश ने आगे कहा, ‘मैं यूपी पुलिस के साथ पूरा सहयोग करने को तैयार हूं। मैं यूपी पुलिस, प्रशासन और माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से यह रिक्वेस्ट करता हूं कि मेरी एक पर्सेंट भी अगर इसमें संलिप्तता मिलती है तो मैं सारी जिम्मेदारी लेने को तैयार हूं’। साथ ही एल्विश ने मीडिया से भी गुजारिश की और कहा, ‘मीडिया से यह गुजारिश है कि जो कुछ भी आप लिख रहे हो, उसमें जब तक ठोस सबूत न मिल जाएं, प्लीज मेरा नाम खराब न करें। अगर यह आरोप साबित होते हैं तो मैं पूरी जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार हूं। इन आरोपों से मेरा कोई लेना-देना नहीं है’।

 

उत्तर प्रदेश पुलिस ने कहा, “रेव पार्टियों में सांप का जहर उपलब्ध कराने के आरोप में यूट्यूबर और बिग बॉस विजेता एल्विश यादव समेत छह लोगों के खिलाफ नोएडा सेक्टर 49 पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है। वे जहर की आपूर्ति करने के लिए मोटी रकम वसूलते थे। छापेमारी में नौ साँपों का रेस्क्यू भी किया गया।”

इस बीच, पुलिस ने बैंक्वेट हॉल से पांच लोगों राहुल, टीटूनाथ, जयकरन, नारायण और रविनाथ को गिरफ्तार कर लिया। पार्टी स्थल से पांच कोबरा, एक लाल सांप, एक अजगर और दो अन्य सांप बरामद किए गए।

पीपुल फॉर एनिमल्स द्वारा दायर एक शिकायत के आधार पर एफआईआर के अनुसार, “एल्विश यादव नाम के एक यूट्यूबर ने नोएडा में सांप का जहर और जीवित सांप उपलब्ध कराए और एनसीआर फार्महाउस में गिरोह के अन्य सदस्यों/यूट्यूबर्स के साथ वीडियो बनाए। उन्होंने अवैध रूप से शूटिंग और रेव पार्टियों का आयोजन किया। उन्होंने नियमित रूप से विदेशी लड़कियों को आमंत्रित करता था और सांप के जहर और नशीले पदार्थों का सेवन करता था। उसके साथी राहुल ने उसकी ओर से एजेंट के रूप में काम किया।”

एफआईआर में कहा गया है, “हमारे एक मुखबिर ने एल्विश यादव से संपर्क किया और उसे रेव पार्टी आयोजित करने और कोबरा वेनम प्राप्त करने के लिए कहा। एल्विश ने हमें एक राहुल का नाम दिया, जिससे हमने संपर्क किया। उसने कहा कि हम जहां चाहें, वह जहर का आयोजन कर सकता है। फिर वह आया।” वेनोम के साथ सेक्टर 51 बैंक्वेट हॉल में पहुंचे। इसके बाद नोएडा पुलिस डीएफओ के साथ कार्यक्रम स्थल पर आई और आयोजकों को गिरफ्तार कर लिया।”

इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में एल्विश यादव ने दावा किया कि उन पर लगे सभी आरोप झूठे हैं। एल्विश ने कहा, “मैं उठा और मीडिया में अपनी कथित गिरफ्तारी की खबर सुनी। मेरे खिलाफ लगाए गए ये सभी आरोप फर्जी और बिना सच्चाई के हैं। ये 1% भी सच नहीं हैं।”

उन्होंने कहा, “मैं यूपी पुलिस का सहयोग करने को तैयार हूं। मैं यूपी सरकार और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से अनुरोध करता हूं कि अगर इसमें 0.1% भी भागीदारी होगी तो मैं पूरी जिम्मेदारी लेने को तैयार हूं। मैं मीडिया से अनुरोध करता हूं कि तब तक कोई भी गलत सूचना न फैलाएं, मेरा इससे कोई लेना-देना नहीं है।”

एफआईआर वन्य जीवन (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की धारा 9, 39,48ए, 49, 50, 51 और आईपीसी की धारा 120-बी के तहत दर्ज की गई थी। जिला वन अधिकारी प्रमोद कुमार ने कहा, “वन विभाग, पुलिस और पीएफए ने संयुक्त छापेमारी की, जिसमें पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सांप बरामद किए गए हैं। पीएफए इस मामले पर काफी समय से नजर रखे हुए था।”

पुलिस के मुताबिक आरोपी पार्टियों में जहर सप्लाई करने के लिए मोटी रकम वसूलता था। आरोपियों के पास से 20 से 25 मिलीलीटर नशीला जहर भी बरामद हुआ।



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