रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच ‘बाबा यगा’ की खौफ से डरे रूसी सैनिक, छोड़ रहे हैं जंग की मैदान

नई दिल्ली:

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध खत्म होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं. दोनों देशों के बीच छिटपुट जगहों पर आमना-सामना जारी है, हालांकि यह युद्ध उतना हिंसक नहीं है जितना शुरुआती दौर में था. इस जंग से एक बड़ी और डराने वाली खबर सामने आई है. दोनों देशों के बीच युद्ध में रूसी सैनिक काफी डरे हुए हैं. आप सोच रहे होंगे कि यूक्रेनी सैनिक से डरे हुए तो ऐसा बिल्कुल नहीं है. वे बाबा यगा से कांप रहे हैं. बाबा यगा कोई यूक्रेनी सैनिक भी नहीं हैं. दावा किया जा रहा है कि बाबा यगा एक राक्षस है, जो रूसी सैनिकों पर हमला कर रहा है.

यूक्रेनी सैनिकों के लिए वरदान हैं वैम्पायर ड्रोन

बता दें कि बाब यागा रूस की लोककथाओं की एक पात्र हैं, जिसमें बच्चों को खाने वाली चुड़ैल कहा जाता है. इसी चुड़ैल से रुसी सैनिकों की हालत खाराब हो गई है. दोनों देशों के बीच युद्ध के बीच यूक्रेन गोला-बारूद और बंदूकों की कमी से जूझ रहा है. हालांकि, इन सबके बावजूद भी यूक्रेनी सैनिकों ने रूसी सैनिकों को रोक रखा है. बताया जा रहा है कि यूक्रेनी सैनिकों के लिए वैम्पायर ड्रोन एक ताकत बनकर उभरा हैं. वैम्पायर ड्रोन के जरिए यूक्रेनी सैनिकों ने रूसी सैनिकों को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया है. यानी आप यूं समझ लीजिए कि इस वक्त वैम्पायर ड्रोन यूक्रेनी सैनिकों के लिए वरदान साबित हो रहा है.

तोपों से काफी कम दम पर बन रहे हैं वैम्यापर ड्रोन

यूक्रेनी तोपें शांत हो गए हैं लेकिन वैम्पायर ड्रोन रूसी सैनिकों पर बरस रहे हैं. आपको बता दें कि तोपों की तुलना में ये ड्रोन बेहद किफायती दाम पर बनाए जा रहे हैं और साथ ही ये काफी घातक भी हैं. माना जा रहा है कि रूसी सैनिक कई जगहों से पीछे हटने को मजबूर हो गए हैं. इन उपलब्धियों को देखते हुए यूक्रेन सरकार इस साल करीब 10 लाख वैम्पायर ड्रोन बनाने की तैयारी कर रही है.

रात की वक्त करते हैं हमला

जानकारी के मुताबिक ये वैम्पायर ड्रोन रात में एक साथ 4 निकलते हैं और दुश्मनों की नजर से बचने के लिए चांद की रोशनी का इस्तेमाल करते हैं और बिना रोशनी के आगे बढ़ जाते हैं. ये रूसी सैनिकों के बंकरों को निशाना बनाकर हमला करते हैं और उनमें ऐसे बम लगे होते हैं जो एक बार में तबाही मचा देते हैं.

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