मॉस्को। रूस में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान के दूसरे दिन शनिवार को मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर रहे हैं। चुनाव में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को छह और साल का कार्यकाल मिलना तय माना जा रहा है। देश के 11 ‘टाइम जोन’ के साथ ही यूक्रेन के अवैध रूप से कब्जाए क्षेत्रों में स्थित मतदान केंद्रों में मतदान जारी है। यह चुनाव स्वतंत्र मीडिया और प्रतिष्ठित अधिकार समूहों के दमन, पुतिन को राजनीतिक व्यवस्था पर पूर्ण नियंत्रण देने और यूक्रेन के खिलाफ मॉस्को के युद्ध के दो साल पूरे होने के बाद हो रहा है।
चुनाव ऐसे समय में हो रहा है जब पुतिन के राजनीतिक विरोधी या तो जेल में हैं या विदेश में निर्वासित हैं। पुतिन के धुर विरोधी व सबसे मुखर विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी की फरवरी में आर्कटिक जेल में 47 वर्ष की आयु में मौत हो गई थी। अधिकारियों ने कहा कि मतदान व्यवस्थित रूप से जारी है। लेकिन कड़े नियंत्रण के बावजूद, मतदान केंद्रों पर तोड़फोड़ के कम से कम आधा दर्जन मामले सामने आए हैं। पश्चिमी देशों के नेताओं ने इस चुनाव को लोकतंत्र का उपहास बताया है।
यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स माइकल ने कटाक्ष करते हुए शुक्रवार को पुतिन को चुनाव में “जबरदस्त जीत” की बधाई दी, जिसके लिए तकनीकी रूप से मतदान अभी जारी है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, “न विपक्ष, न स्वतंत्रता, न विकल्प”। इस बीच दिवंगत विपक्षी नेता नवलनी की अनुपस्थिति में उनकी टीम के सामने पुतिन के खिलाफ विपक्षी आंदोलन को बरकरार रखने की मुश्किल चुनौती है। टीम के आंदोलन “नून अगेंस्ट पुतिन” को नवलनी पत्नी यूलिया नवलनया का साथ मिला है।
वे मतदाताओं से पुतिन के शासन और यूक्रेन के खिलाफ युद्ध के प्रति अपना असंतोष प्रदर्शित करने के लिए मतदान करने का आग्रह कर रहे हैं। नवलनया ने वीडियो संबोधन में कहा, “यह (आंदोलन) बहुत ही सरल एवं सुरक्षित क्रिया है, इस पर रोक नहीं लगाई जा सकती। इससे लाखों लोगों को अपने समान विचारधारा वाले सहयोगियों से रूबरू होने का मौका मिलेगा और यह एहसास करने में मदद मिलेगी कि हम अकेले नहीं हैं, ऐसे लोग हमारे साथ हैं जो युद्ध के खिलाफ हैं, भ्रष्टाचार के खिलाफ हैं और अराजकता के खिलाफ हैं।
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