रूस की धमकियों से डर गया अमेरिका, यूके में तैनात करेगा परमाणु बम

हाइलाइट्स

यह परमाणु बम जापान के हिरोशिमा पर गिराए गए परमाणु बम से तीन गुना अधिक शक्तिशाली होने की उम्मीद है.
रूस द्वारा धमकी दिए जाने के बाद अमेरिका ने परमाणु बम यूके में तैनात करने का किया फैसला.

वॉशिंगटनः रूस-यूक्रेन के बीच बीते दो वर्षों से युद्ध जारी है. हालांकि अभी तक कोई नतीजा नहीं निकला है. लेकिन इस बीच रूस यूनाइटेड किंगडम को लगातार धमकी दे रहा है, जिसको ध्यान में रखते हुए संयुक्त राज्य अमेरिका यूके में फिर से परमाणु हथियारों को तैनात करने की योजना बना रहा है. इसकी जानकारी ब्रिटिश मीडिया की एक रिपोर्ट में दी गई है. अगर ब्रिटेन में परमाणु हथियार तैनात किए जाते हैं तो यह पिछले 15 सालों में अमेरिका की ओर से पहला ऐसा कदम होगा.

जापान के हिरोशिमा पर गिराए गए परमाणु बम से तीन गुना शक्तिशाली होगा
यह परमाणु बम द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापान के हिरोशिमा पर गिराए गए परमाणु बम से तीन गुना अधिक शक्तिशाली होने की उम्मीद है. मीडिया में आई रिपोर्टों में कहा गया है कि परमाणु हथियारों को सफ़ोल्क में रॉयल ऐ फोर्स लेकनहीथ बेस पर तैनात किया जा सकता है. यह पहली बार नहीं होगा जब अमेरिका ने ब्रिटेन में परमाणु हथियार तैनात किए होंगे. अमेरिका के पास पहले अपने परमाणु हथियार ब्रिटेन में तैनात थे. लेकिन उन्हें 2008 में हटा दिया गया था क्योंकि यह माना गया था कि कोल्ड वॉर का खतरा कम हो रहा था.

खतरे को देखते हुए परमाणु बम तैनात करने का फैसला
पुन: तैनाती की नवीनतम संभावना द टेलीग्राफ द्वारा बताई गई है. ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है, “किसी भी स्थान पर परमाणु हथियारों की मौजूदगी की न तो पुष्टि करना और न ही इनकार करना ब्रिटेन और नाटो की लंबे समय से चली आ रही नीति बनी हुई है.” लगभग दो साल पहले यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद, अमेरिका और नाटो (उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन) रूस के साथ टकराव की आशंका में अपने रैंक बंद कर रहे हैं, हालांकि दोनों ने ऐसी स्थिति को रोकने के लिए कदम उठाए हैं.

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ब्रिटेन के जनरल ने 45 हजार लोगों को सैनिक के रूप में तैयार करने की आवश्यकता बताई थी
अटलांटिक के दोनों किनारों पर राजनीतिक आवाज़ों ने कहा है कि ऐसी स्थिति के मामले में उन्हें बेहतर तैयार रहने की ज़रूरत है. इसी सप्ताह, ब्रिटिश सेना के निवर्तमान प्रमुख, ब्रिटेन के जनरल सर पैट्रिक सैंडर्स ने राय दी कि ब्रिटिश सेना को कम से कम 45,000 लोगों द्वारा मजबूत करने की आवश्यकता है, जिसमें आरक्षित सैनिक और नागरिक शामिल हो सकते हैं. अमेरिकी नौसेना सचिव कार्लोस डेल टोरो ने ब्रिटेन से “आज मौजूद खतरों” के मद्देनजर अपनी सेना के आकार का “पुनर्मूल्यांकन” करने का आग्रह किया है.

Tags: America, Russia ukraine war

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