रीवा. भारतीय नौ सेना से रिटायर लड़ाकू विमान सी हैरियर रीवा पहुंच गया है. यहां चर्चा इसलिए क्योंकि इस विमान पर रीवा के प्रसिद्ध सफेद बाघ मोहन के अंतिम वंशज विराट का चित्र (Logo) लगा है. रीवा के लोग काफी समय से अपने महाराजा स्व. मार्तंड सिंह जू देव की याद में इस युद्धक विमान को यहां लाने की मांग कर रहे थे.
रीवा के सफेद बाघ का चित्र (Logo) लगा भारतीय नौ सेना का विमान ” सी हैरियर” रीवा पहुंचा. विमान में रीवा के विश्व प्रसिद्ध सफेद बाघ मोहन के आखिरी वंशज विराट का लोगो लगा है. विंध्य क्षेत्र के रीवा से सफेद बाघ की विश्व में पहचान हुई थी. सफेद बाघ मोहन के आखिरी पुत्र विराट को रीवा महाराजा स्व मार्तंडेय सिंह जू देव ने 1975 में नौ सेना के सुपुर्द किया था. सी हैरियर को रीवा लाने की लंबे समय से मांग हो रही थी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयास से रीवा के लोगों का यह सपना साकार हुआ.
नौ सेना से रिटायर
कभी भारतीय नौसेना में शामिल होकर भारत की समुद्री सीमा की रक्षा कर चुका सी हैरियर विमान अब रीवा की शान है. उस पर लगा सफेद बाघ का लोगो यहां की पहचान का प्रतीक बन गया है. विमान पर लगा लोगो वाइट टाइगर विराट का है. ये रीवा की पहचान रहे सफेद बाघ मोहन का वंशज है. विराट यहां लगभग 19 साल रहा. उसके बाद इसे महाराज ने सन 1975 में भारतीय नौसेना को सौंप दिया था.
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सी हैरियर की शानदार सफलता
सी हैरियर ने फ़ॉकलैंड युद्ध और बाल्कन संघर्षों में सेवा की. फ़ॉकलैंड युद्ध में इसका उपयोग इसकी सबसे महत्वपूर्ण सफलता थी. यह ब्रिटिश टास्क फोर्स की सुरक्षा के लिए उपलब्ध एकमात्र फिक्स्ड-विंग लड़ाकू विमान था. संघर्ष के दौरान सी हैरियर ने दुश्मन के 20 विमानों को मार गिराया. 2 सी हैरियर दुश्मन की ज़मीनी गोलीबारी में नष्ट हो गए. इनका उपयोग रॉयल एयर फोर्स द्वारा संचालित हैरियर की तरह ही जमीनी हमले करने के लिए भी किया जाता था.

रीवा और रीवा महाराजा स्व मार्तंडेय सिंह जूदेव की शान
सी हैरियर को विदेशों में बिक्री के लिए खरीदा गया था. लेकिन अर्जेंटीना और ऑस्ट्रेलिया को विमान बेचने के प्रयास असफल होने के बाद भारत एकमात्र अन्य ऑपरेटर था. रॉयल नेवी के लिए एक दूसरा मॉडल 1993 में सी हैरियर एफए2 के रूप में बनाया गया था. इसमें अधिक शक्तिशाली इंजन के साथ-साथ हवा से हवा में मार करने की क्षमता थी. नौ सेना से सी हैरियर रिटायर हो चुका है. इस बेड़े का एक विमान अब रीवा महाराजा स्व मार्तंड सिंह जू देव की याद में रीवा लाया गया है. ये लोगों के आकर्षण, रीवा की शान और यादों का प्रतीक होगा. सी हैरियर को यहां लाने के लिए लंबे अर्से से पत्राचार हो रहा था. जो अब सफल हो पाया.
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FIRST PUBLISHED : November 22, 2023, 20:09 IST