केपटाउन. भारत और साउथ अफ्रीका के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला 3 जनवरी से केपटाउन में खेला जाना है. भारत पहला मैच हारने के बाद सीरीज जीतने का मौका गंवा चुका है और अब उसे बराबरी हासिल करने की उम्मीद है. महान क्रिकेटर एलेन डोनाल्ड का मानना है कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुरूआती टेस्ट के दौरान गेंदबाजी के लिए अच्छी पिच पर भारतीय तेज गेंदबाज संयमित नहीं थे और न्यूलैंड्स में बल्लेबाजों के मुफीद पिच पर उन्हें इसकी काफी ज्यादा जरूरत होगी जिस पर स्पिनरों की भूमिका नहीं के बराबर होगी.
भारत को सेंचुरियन की पिच पर पहले टेस्ट में पारी और 32 रन से हार का सामना करना पड़ा जिस पर तेज उछाल और काफी ‘लेटरल मूवमेंट’ था. अपनी पीढ़ी के खतरनाक तेज गेंदबाजों में शुमार डोनाल्ड ने पीटीआई से कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि दक्षिण अफ्रीका ने शायद परिस्थितियों को बेहतर तरीके से पढ़ा, इसमें कोई शक नहीं है. उन्होंने गेंद पांच या 5.5 मीटर तक पिच की और पिच को अपना काम करने दिया. लेकिन उन्होंने एक चीज भारत से बेहतर की, वे इस चीज में काफी संयमित रहे और उन्होंने दूसरी पारी में शॉर्ट गेंद का थोड़ा अधिक इस्तेमाल किया.’’
डोनाल्ड ने महज 72 टेस्ट में 330 विकेट चटकाये हैं और उन्हें लगता है कि भारतीय गेंदबाज चीजें होने का इंतजार कर रहे थे. 26 साल पहले साउथ अफ्रीका के दौरे पर टीम इंडिया के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ और दिग्गज प्रोटियाज गेंदबाज डोनाल्ड के बीच मैदान पर झड़प देखने को मिली थी. 1997 के दौरे पर द्रविड़ ने इस गेंदबाज को छक्के मारे थे और तब स्लेजिंग पर विवाद हुआ था. डोनाल्ड की स्लेजिंग से भारतीय कोच भड़के थे और अंपायर तक को बीच में आना पड़ा था.
उन्होंने कहा, ‘‘सबसे ज्यादा जोर नई गेंद पर होगा क्योंकि पारंपरिक रूप से अगर न्यूलैंड्स में दक्षिण पश्चिम की हवा बहेगी तो इससे पिच सूख जायेगी. मुझे नहीं लगता कि पिच टर्न होगी. हो सकता है बाद में स्पिनरों के लिए पिच थोड़ी मददगार हो जाये लेकिन ऐसा नहीं होने वाला. भारत स्पिनरों को नहीं उतारेगा. लेकिन पहली पारी की गेंदबाजी से आपको फायदा मिल सकता है. अगर आप नई गेंद को थोड़ा ज्यादा पिच करें और पहले 25 से 30 ओवर तक स्विंग करने की कोशिश करें तो ऐसा हो सकता है.’’
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FIRST PUBLISHED : December 31, 2023, 18:05 IST