राहुल की न्याय-यात्रा एक हफ्ते पहले खत्म होगी: पश्चिमी-यूपी नहीं जाएंगे; 10 से 14 मार्च के बीच मुंबई में आखिरी दिन, पहले 20 मार्च था

नई दिल्ली16 मिनट पहले

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कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का शेड्यूल बदल गया है। उत्तर प्रदेश में राहुल कम दिन रूकने वाले हैं। इससे न्याय यात्रा अपने निर्धारित समय से एक हफ्ते पहले खत्म हो सकती है। पहले 20 मार्च को मुंबई में यात्रा का आखिरी दिन था। अब 10 से 14 मार्च बीच आखिरी दिन होगा।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस का कहना है कि यूपी में न्याय यात्रा पहले 11 दिन रुकने वाली थी। राहुल 14 फरवरी को यूपी आने वाले थे, लेकिन अब वे 16 फरवरी को आएंगे। इसके बाद 22 या 23 फरवरी को मध्य प्रदेश जाएंगे। वे पहले 27 या 28 फरवरी को यूपी से मध्य प्रदेश जाने वाले थे।

पहले के प्लान के मुताबिक, राहुल की यात्रा चंदौली से लखनऊ तक ही होगी। हालांकि, इस बीच वे पश्चिमी यूपी के अधिकतर इलाकों में नहीं जाएंगे। राहुल चंदौली से वाराणसी और फिर भदोही, प्रयागराज और प्रतापगढ़ से होते हुए अमेठी जाएंगे। अगले पड़ाव में रायबरेली और लखनऊ पहुंचेंगे।

नए शेड्यूल के मुताबिक, न्याय यात्रा 19 फरवरी को अमेठी और रायबरेली में रहेगी। साथ ही लखनऊ से सीतापुर जाने के बजाय यात्रा कानपुर और फिर झांसी जाएगी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी यूपी में राहुल को जॉइन कर सकती हैं। यूपी के बाद न्याय यात्रा मध्य प्रदेश में प्रवेश करेगी।

राहुल की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 66 दिन, 15 राज्य और 6700 KM का सफर

राहुल गांधी ने 14 जनवरी को मणिपुर से भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत की थी। 20 मार्च (पहले के शेड्यूल के मुताबिक) को खत्म होने वाली यात्रा 15 राज्य और 110 जिलों के 337 विधानसभा सीटों को कवर करेगी। इस दौरान राहुल गांधी बस से और पैदल 6700 किमी का सफर तय करेंगे।

न्याय यात्रा मणिपुर से शुरू होकर नगालैंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात से होते हुए महाराष्ट्र के मुंबई में खत्म होगी। 66 दिनों तक चलने वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा देश के 15 राज्यों और 110 जिलों से होकर गुजरेगी। राहुल गांधी जगह-जगह रुक कर स्थानीय लोगों से संवाद करेंगे।

15 राज्यों की 100 लोकसभा सीटों को कवर करेगी भारत जोड़ो न्याय यात्रा

भारत जोड़ो न्याय यात्रा मणिपुर में एक दिन रुकी थी। इसके बाद यात्रा नगालैंड गई और दो दिनों में 257 KM और 5 जिलों को कवर किया। न्याय यात्रा के शुरुआती आठ दिनों में राहुल ने असम में 833 KM और 17 जिलों का सफर किया। इसके बाद यात्रा एक-एक दिन के लिए अरुणाचल प्रदेश और मेघालय गई।

पश्चिम बंगाल में राहुल की न्याय यात्रा पांच दिनों तक चली, जिसमें 523 KM और सात जिले शामिल थे। राहुल 25 जनवरी को असम से बंगाल पहुंचे थे। यहां 29 जनवरी को न्याय यात्रा बंगाल से बिहार में दाखिल हुई। बिहार में 425 किमी और 7 जिलों को कवर किया गया। इसके बाद 31 जनवरी का न्याय यात्रा वापस बंगाल पहुंची।

इसके बाद झारखंड में यात्रा आठ दिन में 804 KM और 13 जिलों को कवर किया। ओडिशा में न्याय यात्रा चार दिन में 341 KM और चार जिलों में गई। फिलहाल राहुल छत्तीसगढ़ में हैं। यहां न्याय यात्रा पांच दिन में 536 KM और सात जिलों को कवर करेगी।

कांग्रेस की यह यात्रा उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा 11 दिन का समय बिताने वाली थी। इस दौरान 20 जिलों को कवर करने का प्लान था। हालांकि, शेड्यूल में बदलाव के बाद राहुल यूपी में करीब एक हफ्ते ही रुकेंगे। मध्य प्रदेश में यात्रा सात दिनों में 698 KM और 9 जिलों को कवर करेगी।

यह एक दिन में राजस्थान के 2 जिलों जाएगी। राहुल की यह यात्रा गुजरात और महाराष्ट्र में पांच-पांच दिनों तक चलेगी, जो क्रमशः 445 किमी और 479 किमी की दूरी तय करेगी। इसका समापन 20 या 21 मार्च को मुंबई में होगा।

UP में यात्रा का फोकस अमेठी-वाराणसी में रहेगा
भारत जोड़ो न्याय यात्रा सबसे ज्यादा दिन UP में रहेगी। यह यात्रा 11 दिन में 20 से ज्यादा जिले कवर करके कुल 1074 KM की दूरी तय करेगी। UP में सबसे ज्यादा 80 लोकसभा सीटें हैं, लेकिन साल 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस एक सीट पर सिमट गई थी। रायबरेली से केवल सोनिया गांधी को जीत मिली थी।

इस चुनाव में कांग्रेस अपनी पैतृक सीट अमेठी भी हार गई थी। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को बड़े अंतर से हरा दिया था। ऐसे में कांग्रेस का फोकस लोकसभा की कई अहम सीटों पर रहेगा। इनमें वाराणसी, अमेठी, रायबरेली, लखनऊ और प्रयागराज शामिल हैं।

145 दिनों की भारत जोड़ो यात्रा कर चुके हैं राहुल

इससे पहले राहुल गांधी ने 7 सितंबर 2022 से 30 जनवरी 2023 तक भारत जोड़ो यात्रा की थी। 145 दिनों की यात्रा तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू होकर जम्मू-कश्मीर में खत्म हुई थी। तब राहुल ने 3570 किलोमीटर की यात्रा में 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों को कवर किया था।

श्रीनगर में यात्रा के समापन के मौके पर शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में राहुल ने कहा था- मैंने यह यात्रा अपने लिए या कांग्रेस के लिए नहीं बल्कि देश की जनता के लिए की है। हमारा उद्देश्य उस विचारधारा के खिलाफ खड़ा होना है जो इस देश की नींव को नष्ट करना चाहती है।

यात्रा के दौरान राहुल ने 12 सभाओं को संबोधित किया था, 100 से ज्यादा बैठकें और 13 प्रेस कॉन्फ्रेंस की थीं। उन्होंने चलते हुए 275 से ज्यादा चर्चाओं में हिस्सा लिया, जबकि कहीं रुककर 100 के करीब चर्चाएं कीं.

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