रायगड़ा पैसेंजर ट्रेन सिग्नल पर… क्यों और कैसे हुआ आंध्र में रेल हादसा?

विशाखापत्तनम/नई दिल्ली. रेल मंत्रालय के सूत्रों ने सोमवार को कहा कि आंध्र प्रदेश में हुई ट्रेन दुर्घटना लोको पायलट की गलती के कारण हुई क्योंकि उसने रेड सिग्नल का पालन नहीं किया था. समाचार एजेंसी पीटीआई को मिली रिपोर्ट के मुताबिक, ख़राब ऑटो सिग्नल पर ट्रेन को दो मिनट के लिए रुकना चाहिए था और फिर 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, जिससे टक्कर हुई.

इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि आंध्र प्रदेश में हावड़ा-चेन्नई रेल लाइन पर रविवार को दो यात्री ट्रेन की टक्कर में मरने वालों की संख्या बढ़कर 14 और घायलों की संख्या 50 हो गई है. संयुक्त जिलाधीश मयूर अशोक ने बताया, “13 लोगों की मौत दुर्घटनास्थल पर ही हो गई थी और एक व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हुई.” पुलिस अधीक्षक एम दीपिका ने बताया कि हादसे में 50 लोग घायल हुए हैं.

रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि घायलों को विशाखापत्तनम और विजयनगरम के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. पलासा पैसेंजर ट्रेन के गार्ड एम एस राव (58) की हादसे में मौत हो गई है. इसके साथ ही रायगड़ा पैसेंजर ट्रेन के लोको पायलट (चालक) एस एम एस राव (52) और उनके सहायक चिरंजीवी (29) की भी मौत हो गई है. पूर्व तट रेलवे (ईसीआर) मंडल के वाल्टेयर मंडलीय रेलवे प्रबंधक (डीआरएम) सौरभ प्रसाद ने गार्ड की मौत की पुष्टि की है.

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी ने विजयनगरम में गवर्नमेंट जनरल हॉस्पिटल में ट्रेन हादसे के पीड़ितों से मुलाकात की. शिक्षा मंत्री बोचा सत्यनारायण, विजयनगरम की जिलाधिकारी एस नागलक्ष्मी और अन्य अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री ने उपचार की सुविधाओं का जायजा लिया तथा पीड़ितों से बात की. पूर्व तट रेलवे (ईसीआर) के अधिकारियों ने बताया कि रविवार शाम सात बजे के आसपास विशाखापत्तनम से लगभग 40 किलोमीटर दूर कांतकपल्ले में पलासा पैसेंजर ट्रेन ने रायगड़ा पैसेंजर ट्रेन को पीछे से टक्कर मार दी, जिससे उसके तीन डिब्बे पटरी से उतर गए.

प्रसाद ने ‘पीटीआई’ को बताया कि सभी प्रभावित डिब्बों की जांच की गई और रेल के इंजन को हटाया गया है ताकि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) यह देख सके कि कोई शव बोगी या रेल के इंजन में फंसा तो नहीं है. डीआरएम ने कहा कि पांच डिब्बों के साथ साथ रेल का इंजन क्षतिग्रस्त हो गया है. तीन डिब्बे पलासा पैसेंजर ट्रेन के हैं और दो डिब्बे तथा इंजन रायगड़ा पैसेंजर ट्रेन के हैं.

प्रसाद ने कहा कि दुर्घटना स्थल पर सभी तीन लाइन में बिजली तार , रेलवे विद्युत बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है. इस दुर्घटना के बाद पूर्व तट रेलवे (ईसीआर) और दक्षिणी मध्य रेलवे ने कई ट्रेन को रद्द कर दिया या उनका मार्ग परिवर्तित कर दिया गया या उनके समय में परिवर्तन किया गया है.

ईसीआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी बिस्वजीत साहू ने कहा, “14 यात्रियों की मौत हो गई. इसमें एक लोको पायलट और एक गार्ड शामिल हैं. करीब 50 लोग घायल हुए हैं जिनमें से 29 का अब भी अस्पताल में इलाज किया जा रहा है. बाकी को मामूली चोटें आई थीं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.” उन्होंने बताया कि रायगड़ा पैसेंजर ट्रेन सिग्नल पर रुकने के बजाय आगे बढ़ गई थी.

Tags: Andhra Pradesh, Indian Railways, Train accident

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *