रिपोर्ट- ह्रदयेश कुमार तिवारी
निवाड़ी. गाय की महिमा से विदेशी भी प्रभावित हो गए. यहां राम राजा की नगरी ओरछा घूमने आए विदेशी सैलानियों के एक ग्रुप ने एक गाय गोद ली है. अब वो जीवन भर इसकी देखभाल करेंगा. गाय का नाम रखा है पास्कु. ये फिरंगी यहां ओरछा घूमने आए थे. लेकिन भारतीय संस्कृति और धर्म से इतने प्रभावित हुए कि एक गाय गोद ले ली.
गाय हिंदू संस्कृति में तो पूजनीय है ही. अब विदेशी मेहमानों को भी गाय का महत्व समझ में आने लगा है. यही कारण है कि यहां ओरछा घूमने आए फिरंगियों के एक ग्रुप ने गाय गोद ले ली. ये सैलानी स्पेन से आये थे. युवा यात्रियों का एक ग्रुप ओरछा पहुंचा और गौशाला में एक गाय को गोद ले लिया. अब उसकी देख रेख की ज़िम्मेदारी इसी ग्रुप की रहेगी.
ओरछा घूमने आया स्पेन के युवा सैलानियों का एक ग्रुप यहां की सुरभि गौशाला पहुंच गया. यहां के गौ पालकों ने उन्हें हिंदू संस्कृति में गाय के महत्व के बारे में बताया. ये भी बताया कि गाय का गोबर और गौ मूत्र तक कितने उपयोगी और गुणों से भरपूर हैं. ये विदेशी युवा इससे इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने फौरन ही एक गाय गोद ले ली. अब जीवन भर उसके लालन पोषण की ज़िम्मेदारी इन्हीं युवाओं की होगी.

गाय का नाम पास्कु
विदेशी ग्रुप ने गाय का नाम भी रखा. उन्होंने इसे पास्कु नाम दिया है. उन्होंने बताया जिस तरह भारत में अमूल एक ब्रांड हैं उसी तरह स्पेन में पास्कु मिल्क प्रोडक्ट का ब्रांड है. इसी वजह से इस गाय का नाम पास्कु रखा. पर्यटक गाइड जितेंद्र ने बताया कि विदेशी ग्रुप का भारतीय संस्कृति और गाय के प्रति लगाव होने के कारण उन्होंने गाय को गोद लिया.गोद लेने के बाद यह ग्रुप बहुत खुश है और अपने आपको गर्वित महसूस कर रहा है. गौशाला प्रबंधक ने बताया कि विदेशी पर्यटकों का सनातन धर्म और गऊमाता के प्रति ये प्यार देखकर मन प्रफुल्लित हो गया.
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FIRST PUBLISHED : October 13, 2023, 14:39 IST