चंडौस में तैनात पुुलिस बल
– फोटो : संवाद
विस्तार
अलीगढ़ के चंडौस कस्बे में 15 अक्तूबर को श्रीराम बरात शोभायात्रा का रास्ता रोके जाने व हमले के मामले में 16 अक्तूबर को जबरदस्त प्रदर्शन हुआ। रामलीला कमेटी से जुड़े लोगों और व्यापारियों ने कस्बे का बाजार बंद करा दिया। इसके बाद गुस्साए लोगों ने कोतवाली के सामने धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया।
रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों का कहना था कि जब तक दूसरे पक्ष के लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नहीं होगी, तब तक रामलीला का मंचन नहीं होगा। सूचना पर भाजपा सांसद सतीश गौतम, प्रदेश के राजस्व राज्य मंत्री अनूप प्रधान व भाजपा जिलाध्यक्ष कृष्णपाल सिंह भी पहुंच गए। कमेटी के लोगों से बातकर सांसद व मंत्री ने गृह सचिव संजय प्रसाद को फोन पर पूरा घटनाक्रम बताया।
इसके बाद पुलिस ने दो अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए हैं। पुलिस की ओर से शोभायात्रा का मार्ग परिवर्तन करने पर आयोजकों के खिलाफ व रामलीला कमेटी की ओर से शोभायात्रा का रास्ता रोकने व हमला करने पर 27 नामजद समेत 100-120 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा कराया गया है। दूसरा मुकदमा घायल विष्णु शर्मा ने निजाम के लड़के व जुनैद समेत 8 से 10 अज्ञात के खिलाफ कराया गया।
पुलिस ने राम बरात पर हमले के आरोप में तीन नामजद व दो अन्य सहित पांच लोगों को हिरासत में लिया है। साथ ही, चंडौस जा रहे करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंह चौहान को घर में नजरबंद किया है। वहीं, मुकदमा दर्ज होने के बाद कमेटी ने रामलीला का मंचन कराने का एलान कर दिया।