राम गोपाल वर्मा ने की रणबीर कपूर की एनिमल की तारीफ, कहा- फिल्म मेकर्स को सीखनी चाहिए ये बातें

नई दिल्ली:  

डायरेक्टर संदीप रेड्डी वांगा की एनिमल ने अपनी रिलीज के बाद से बॉक्स ऑफिस पर लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही है. फिल्म में रणबीर कपूर, रश्मिका मंदाना, तृप्ति डिमरी, शक्ति कपूर, बॉबी देओल और अनिल कपूर ने अहम भूमिका निभाई है. रिलीज के कई दिनों बाद भी यह फिल्म सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है. जहां फिल्म और इससे जुड़े एक्टर्स को ऑडियंस से शानदार रिव्यू मिल रही हैं, वहीं डायरेक्टर राम गोपाल वर्मा भी फिल्म की तारीफ करने वालों में से हैं. कुछ समय पहले, डायरेक्टर ने एक बार फिर सिनेमा से जुड़े लोगों के लिए फिल्म से सीख के बारे में अपने विचार शेयर किए. इस लेकर राम गोपाल वर्मा ने एक्स पर एक लंबे नोट में एनिमल की जमकर तारीफ की.

नोट में डायरेक्टर ने क्रिटिक्स के लिए फिल्म से पांच बातें शेयर कीं

उन्होंने लिखा, सबसे खराब समीक्षा वाली फिल्म भारत की सबसे ज्यादा देखी जाने वाली फिल्म बन गई है, इससे यह साबित होता है कि क्रिटिक्स का फिल्म के बॉक्स ऑफिस पर कोई फर्क नहीं पड़ता, दूसरे बिंदु में उन्होंने कहा की, क्रिटिक्स  को यह नहीं पता कि ऑडियंस किसी फिल्म को क्यों पसंद करेंगे. इसके अलावा उन्होंने आगे लिखा, पहली बार क्रिटिक्स फिल्म मेकर से अधिक ऑडियंस से परेशान हैं. उन्होंने लिखा, क्रिटिक्स को अपने इंपॉर्टेंट पैरामीटर का रेव्युलेशन करने और इस प्रक्रिया में अपडेट होने के लिए एनिमल को बार-बार देखना चाहिए. 

राम गोपाल वर्मा ने ‘इंडियंस ऑडियंस’ के लिए एनिमल से शेयर किया मेसेज

इसके अलावा, डायरेक्टर ने इंडियंस के लिए फिल्म एनिमल के टेकअवे पर भी अपने विचार शेयर किए. संदीप रेड्डी वांगा के डायरेक्शन की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि फिल्म ने ‘संस्कृति को फिर से दिखाया’ जिसे पहले कला कहा जाता था उसे खत्म कर दिया है.  इसके अलावा, रंगीला डायरेक्टर ने अपने एक्स पर एक और ट्वीट शेयर किया और फिल्म एनिमल से ‘सिनेमा के लोगों’ के लिए टेकअवे पर अपने विचार भी साझा किए. उन्होंने कहा कि 10 दिसंबर के बाद से भारतीय फिल्में वैसी नहीं रह सकतीं, जैसी पहले मानी जाती थीं.

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सत्या डायरेक्टर ने यह भी कहा कि कोई भी रियल में यह पता नहीं लगा सकता है ऑडियंस को किसी फिल्म में क्या पसंद आएगा. ‘फिल्म स्कूल’ के रूप में एनिमल की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि एनिमल में ‘अच्छे, बुरे, नैतिकता, निष्ठा और ऐसे कई पारिवारिक और सामाजिक मूल्यों को फिर से सीखना होगा. उन्होंने आगे कहा कि फिल्म स्कूलों में लेशन को भी ‘तुरंत खत्म’ किया जाना चाहिए और ‘सभी स्टूडेंट्स को एक ही पाठ पढ़ाया जाना चाहिए कि एनिमल जैसी फिल्म कैसे बनाएं.




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