नई दिल्ली:
PM Modi speech on Ayodhya Ram Mandir Inauguration: अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद मंदिर परिसर में आए मेहमानों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सदियों की प्रतीक्षा के बाद आज हमारे राम आ गए. यह पल पवित्रतम है. यह माहौल, यह वातारण, यह ऊर्जा, यह घड़ी प्रभु श्रीराम का हम सब पर आशीर्वाद है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सियावर रामचंद्र की जय के साथ अपने संबोधन की शुरुआत की.
पीएम मोदी ने सबको राम राम कहा और कहा कि अब हमारे रामलला टेंट में नहीं रहेंगे.अब दिव्य मंदिर में रहेंगे. उन्होंने कहा कि 22 जनवरी 2024 का ये सूरज एक अद्भुत आभा लेकर आया है. कैलेंडर में लिखी यह एक तारीख नहीं, एक नए कालचक्र का उद्गम है. पीएम मोदी ने कहा कि रामलला अब टेंट में नहीं रहेंगे. अब वो दिव्य मंदिर में रहेंगे. पीएम मोदी ने त्रेतायुग का जिक्र करते हुए कहा कि तब 14 वर्ष का वनवास था तब भी अयोध्या वासियों ने इतना वियोग नहीं सहा. आज इतनी सदियों तक वियोग सहना पड़ा. उन्होंने न्यायपालिका का भी आभार व्यक्त किया. पीएम ने कहा कि न्यायपालिका ने न्याय की लाज रख ली और न्याय के पर्याय प्रभु श्रीराम का मंदिर भी न्यायपूर्ण तरीके से ही बना.
प्रभु मुझे अवश्य माफ करेंगे- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राम मंदिर के भूमिपूजन के साथ ही मंदिर निर्माण को लेकर उत्साह बढ़ता ही जा रहा था. उन्होंने कहा कि आज के हजार साल बाद भी लोग आज की इस तारीख की चर्चा करेंगे. हमारा कितना बड़ा सौभाग्य है कि हम इस पल को जी रहे हैं. यह पल सामान्य पल नहीं है. पीएम मोदी ने हनुमान और हनुमानगढ़ी के साथ ही माता जानकी, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और पवित्र अयोध्या पुरी, सरयु नदी को भी प्रणाम किया. पीएम मोदी ने आगे कहा, “मैं प्रभु राम से क्षमा भी मांगना चाहता हूं. हमारे त्याग और पुरुषार्थ में कुछ तो कमी रह गई जो हम इतनी सदियों तक यह काम कर नहीं पाए. आज वह कमी पूरी हो गई. मुझे विश्वास है कि प्रभु मुझे अवश्य माफ करेंगे.”
राम वर्तमान नहीं राम अनंतकाल हैं- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम के विशाल रूप का वर्णन भी किया. उन्होंने कहा कि राम आग नहीं… राम ऊर्जा हैं.. राम वर्तमान नहीं राम अनंतकाल हैं. जब राम की विग्रह की प्रतिष्ठा होती है तो हजारों वर्षों के लिए राम राज्य स्थापित हुआ. त्रेता में जब राम आए तो हजारों वर्षों तक राम हमारे पथप्रदर्शक थे.
पीएम मोदी ने कहा कि राम कण-कण में हैं. राम पर्व से लेकर परंपरा में समाए हुए हैं. हर युग में लोगों ने राम को जपा और जिया है. हर युग में लोगों ने राम को अपने-अपने भाव में प्रकट भी किया है. भारत के हर कोने के लोग रामरस का पान करते रहे हैं. राम के आदर्श, राम के मूल्य, राम की शिक्षाएं, हर जगह समान है. मुझे अलग-अलग भाषाओं में लिखी रामकथा का श्रवण करने का अवसर मिला.
आने वाले समय सफलता का है.. सिद्धि का है.. भव्य राम मंदिर साक्षी बनेगा विकसित भारत का.. अगर लक्ष्य सामूहिक हो तो उसे प्राप्त करना असंभव नहीं है.