रामाशीष की ये है चनाचूर की चलती-फिरती दुकान, स्वाद के लोग हैं दीवाने

विशाल कुमार/छपरा : आपने चटपटा आइटम तो बहुत खाया होगा, लेकिन चनाचूर खाने का मजा ही कुछ और है. चनाचूर अमूमन सभी स्थानों पर खाने को मिल जाता है, लेकिन स्वाद में अंतर हो जाता है. चनाचूर हर उम्र के लोग खाना पसंद करते हैं और यह आइटम शहर के नुक्कड़ पर आसानी से मिल जाएगा.

छपरा में भी बेहद खास तरीके का चनाचूर मिलता है और इसको खाने के लिए भीड़ भी जुटती है. यह चनाचूर कोई और नहीं बल्कि रामाशीष खिलाते हैं. रामाशीष के पास आपको गाजीपुरिया स्टाईल में चनाचूर खाने को मिलेगा. खास बात यह है रामाशीष एक जगह पर नहीं बल्कि बाजार में घूम-घूमकर लोगों को चनाचूर खिलाते हैं. वहीं रामाशीष पिछले 17 वर्षो से छपरा के लोगों को इसी तरह चनाचूर खिलाते आ रहे हैं.

17 वर्षों से लोगों को खिला रहे हैं चनाचूर
रामाशीष ने बताया कि पिछले 17 वर्षो से छपरा में शहर के लेकर गलियों तक में लोगों को गाजीपुरिया स्टाईल में लोगों को चनाचूर खिलाते आ रहे हैं. रामाशीष ने बताया कि लोगों को चनाचूर इसलिए पसंद आता है कि घर पर तैयार मसासों का इस्तेमाल करते हैं. जिससे लोगों को घर वाला स्वाद मिलता है.

रामाशीष ने बताया कि प्रतिदिन शाम चार बजे से लेकर 6 बजे तक चनाचूर की बिक्री करते हैं. उन्होंने बताया कि छपरा के हथुआ मार्केट, कटारी बाग से लेकर साहबगंज तक के इलाके में चनाचूर की रोजाना गिक्री करते हैं. वहीं एक घंटे हथुआ मार्केट में रहते हैं. शादी-विवाह के लिए भी ऑडर मिलता है.

रोजाना एक हजार तक का हो जाता है सेल
रामाशीष ने बताया कि शादी में तो पूरे साज-बाज के साथ लोगों को अलग अंदाज में चनाचूर खिलाते हैं. लोग देखकर अपनी हंसी को नहीं रोक पाते हैं. उन्होंने बताया कि हारमोनियम, ढोलक सहित कई साज के साथ लोगों को चनाचूर खिलाते हैं. यह अनूठा तरीका लोगों को बेहद पसंद आता है. लोग बड़े शौक चनाचूर खाने के लिए आते हैं और प्रशंसा भी करते हैं. जिससे ऊर्जा मिलती है. उन्होंने बताया बताया कि रोजना एक हजार से अधिक का चनाचूर बिक जाता है. जिसे परिवार का आराम से गुजर-बसर हो जाता है. यहां 10 रुपए ये लेकर 50 रुपए तक का चनाचूर बनावाकर लोग खाते हैं.

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