रामलीला के मंचन रोकने पर एबीवीपी सदस्यों और पुणे विवि के ललित कला केंद्र के छात्रों के साथ झड़प

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से संबद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के पदाधिकारियों और पुणे विश्वविद्यालय के ललित कला केंद्र के छात्रों के बीच शुक्रवार को ‘रामलीला’ पर आधारित एक नाटक के मंचन को लेकर झड़प हो गई।

एबीवीपी के पदाधिकारियों ने दावा किया कि नाटक में आपत्तिजनक संवाद और दृश्य हैं।
ललित कला केंद्र द्वारा मंचित यह नाटक रामलीला में विभिन्न भूमिकाएं निभाने वाले अभिनेताओं के मंच के पीछे के मजाक पर आधारित था।

एबीवीपी के पुणे विश्वविद्यालय इकाई प्रमुख शिव बरोले ने दावा किया कि सीता को धूम्रपान करते और लक्ष्मण के लिए अपमानजनक का उपयोग करते हुए भी दिखाया गया था।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने इस तरह के कृत्यों पर आपत्ति जताई और उस नाटक के मंचन को रोक दिया, जिसे रामलीला कहा जा रहा था। इससे हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचती है। इसके बाद ललित कला केंद्र के छात्रों ने हमारे साथ धक्का-मुक्की करने की कोशिश की। हमने पुलिस से संपर्क किया है और मामला दर्ज करने की मांग की है।’’

चतुरशृंगी पुलिस थाना के निरीक्षक अंकुश चिंतामन ने कहा कि छात्रों और एबीवीपी सदस्यों के बीच टकराव और गाली-गलौज हुई। उन्होंने कहा, ‘‘हमने दोनों समूहों को बयान दर्ज करने के लिए तलब किया है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।



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