रामलला को टेंट में देख देवूबाबा का अनोखा प्रण, अयोध्या में तोड़ेंगे 23 साल का संकल्प, जानिए पूरी कहानी

हाइलाइट्स

किशनगंज के देवदास उर्फ देवूबाबा ने 23 साल पहले अयोध्या में की थी प्रतिज्ञा.
रामलला को टेंट में देखकर किशनगंज के देवूबाबा ने किया था अनोखा संकल्प.
2000 से 2023 तक अपनी प्रतिज्ञा पर रहे कायम, 22 जनवरी को पूरा होगा प्रण.

आशीष सिन्हा/किशनगंज. अयोध्या राम मंदिर में रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा  को लेकर देश  के राम भक्तों  में विशेष उत्साह है. वहीं कई भक्त ऐसे भी हैं जो अपनी प्रतिज्ञा तोड़ने के लिए इस विशेष अवसर की प्रतीक्षा में थे. ऐसे ही एक राम भक्त किशनगंज के देवदास उर्फ देवू बाबा हैं. देवू बाबा 23 साल पहले बिहार से अयोध्या कार सेवा में  गए थे. वहां पर उन्होंने टेंट में रामलला को देखा था तो अनोखी प्रतिज्ञा कर ली थी, जिसके पूरा होने का समय अब नजदीक आ गया है.

दरअसल, 2000 ईस्वी में देवूबाबा अयोध्या गए थे. उस समय रामलला को टेंट में देखकर उन्होंने प्रतिज्ञा ली थी कि जब तक अयोध्या में श्रीराम का मंदिर नहीं बन जाता है, तब तक वह बिना जूते-चप्पलों के ही रहेंगे. अब 22 जनवरी को रामलला अयोध्या के नवनिर्मित मंदिर में विराजेंगे, उसी के साथ देवदास का संकल्प भी पूरा होगा और अयोध्या जाकर वहीं पर चप्पल पहनेंगे. बता दें कि देवदास राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला कार्यवाहक भी हैं.

रामलला को टेंट में देख देवूबाबा का अनोखा प्रण, अयोध्या में तोड़ेंगे 23 साल का संकल्प, जानिए पूरी कहानी

देवदास उर्फ देवू बाबा ने बताया कि संकल्प लेने के बाद उन्हें रामलला के आशीर्वाद से आज तक एक कांटा भी नहीं चुभा. लोगों की सेवा में रहता हूं और अपने आपको राम भक्त कहलाकर धन्य हूं. बता दें कि 46 वर्षीय देवदास अब तक सैकड़ों  शवों का दाह-संस्कार कर चुके हैं. लावारिस शवों का भी उन्होंने अंतिम संस्कार किया है. अगर कोई लावारिस शव मिलता है तो वह पूरे विधि-विधान के साथ उसका अंतिम संस्कार करते हैं. किसी के घर में कोई मृत्यु होती है तो जानकारी मिलते ही देवदास वहां पहुंचकर अंतिम संस्कार में परिवार के सदस्यों की मदद करते हैं.

जीविकोपार्जन के लिए देवदास एक छोटी सी दुकान चलाते हैं. घर से काफी सक्षम नहीं रहे पर अभाव का भी कभी किसी  के समक्ष मलाल नहीं रहा है. घर से लेकर बाहर तक वह हर जगह बिना जूता-चप्पल के ही आते-जाते हैं. सड़क पर पड़े किसी कंकड़-पत्थर या किसी नुकीली चीज ने भी उन्हें नुकसान नहीं पहुंचाया. भगवान की कृपा से उनका संकल्प पूरा होने वाला है. जब श्रीराम मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा, तब वह अयोध्या पहुंचकर जूता या चप्पल पहनेंगे.

Tags: Ayodhya ram mandir, Ayodhya Ramlala Mandir, Bihar News, Kishanganj

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