ऐजाज अहमद/गिरिडीह. गिरिडीह जिले के जमुआ प्रखंड के निवर्तमान प्रखंड विकास पदाधिकारी सह अंचल अधिकारी अशोक कुमार पर उनके तबादले के बाद लगातार भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं. तबादले के बाद नए बीडीओ सह सीओ कमलेंद्र कुमार सिन्हा के पदभार संभालने के बावजूद अशोक कुमार रात के अंधेरे में अपने आवासीय कार्यालय में जमीन संबंधित कागजात पर काम करते हुए पाए गए. इस दौरान ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया. इतना ही नहीं यहां पर नोक झोंक भी हुई.
निवर्तमान बीडीओ पर पैसे लेकर भूमाफियाओं के लिए काम करने का आरोप लगाया. इसके साथ ही बैक डेट पर सिग्नेचर करने का आरोप लग रहा है. हालांकि, गिरिडीह उपायुक्त और अपर समाहर्ता हरकत में आए और अशोक कुमार पर किसी भी तरह के काम करने पर रोक लगा दी.
वहीं अशोक कुमार के तबादले के बाद स्थानीय ग्रामीण और जमुआ प्रखंड के लोग उन पर मनरेगा कार्यो में भ्रष्टाचार जैसे संगीन आरोप लगा रहे हैं. लोगों का कहना है कि मनरेगा के तहत किए गए डोभा और पशु शेड में बीडीओ के द्वारा पैसे की वसूली की गई जिसे जांच होना चाहिए और अधिकारी पर कार्रवाई होनी चाहिए।
इसी मामले को लेकर संबंधित विभाग के अधिकारी एडिशनल कलेक्टर विल्सन भेंगरा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह बहुत ही संगीत आरोप है. इस मामले की जांच पड़ताल की जाएगी. अगर ग्रामीण आवेदन उपायुक्त को देंगे तो इस मामले की जांच कर रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
उन्होंने बताया कि जहां तक बात रात के अंधेरे में ट्रांसफर होने के बावजूद काम करने का लग रहा है, इस मामले को संज्ञान में लिया गया है. अपने ट्रांसफर के बाद उन्होंने जितने भी कागजात पर सिग्नेचर किए हैं, उनकी जांच पड़ताल कर उसके अनुरूप कार्रवाई की जाएगी. अपर समाहर्ता के आश्वासन के बाद लोग शांत हुए.
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FIRST PUBLISHED : October 13, 2023, 16:25 IST