राजस्थान: जयपुर का RUHS अस्पताल बनेगा चिकित्सा का बड़ा केंद्र, जानें सबकुछ

हाइलाइट्स

जयपुर का RUHS अस्पताल में होगा सुविधाओं का विस्तार
4 सुपर स्पेशलिटी के साथ अन्य सुविधाओं का भी मिलेगा लाभ
कोरोना काल में प्रदेश के सबसे ज्यादा मरीजों का हुआ था इलाज

जयपुर. राजस्थान की राजधानी गुलाबी नगरी जयपुर के सबसे बड़े एसएमएस हॉस्पिटल के बाद अब प्रताप नगर का आरयूएचएस हॉस्पिटल शहर में चिकित्सा का बड़ा केन्द्र बनने जा रहा है. आगामी 3 महीनों में आरयूएचएस में विभिन्न स्पेशलिटी शुरू हो जाएंगी. इसके अलावा न्यूरो सर्जरी और ईएनटी समेत कई तरह की सुपर स्पेशलिटी भी शुरू करने की प्लानिंग की जा रही है. इसके साथ ही डॉक्टरों की भर्ती प्रक्रिया को जल्द पूरा करने को लेकर तेजी से काम चल रहा है.

आरयूएचएस के कुलपति डॉक्टर सुधीर भंडारी ने बताया कि यह संस्थान दिन प्रतिदिन अपना विकास कर रहा है. आगामी दिनों में जयपुर में कॉरपोरेट सेक्टर जैसा एक सरकारी अस्पताल बनकर तैयार हो जाएगा. वर्तमान में आरयूएचएस हॉस्पिटल में 300 बेड, आईसीयू, मॉड्यूलर ओटी, 700 बेड का वार्ड और लेबर रूम हैं. लेकिन डॉक्टर्स, नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ की कमी के कारण यहां कम संख्या में मरीज इलाज कराने आ रहे हैं. हालांकि जल्द ही सारी कमियों को पूरा कर लिया जाएगा ताकि लोगों को बेहतर मेडिकल सुविधाएं प्राप्त हो सकें और एसएमएस हॉस्पिटल के पेशेंट लोड कम किया जा सके.

राजस्थान: जयपुर का RUHS अस्पताल बनेगा चिकित्सा का बड़ा केंद्र, मिलेंगी सुपर स्पेशलिटी सुविधाएं, जानें सबकुछ

कोरोना काल में हुआ था यहां सबसे ज्यादा मरीजों का इलाज
आरयूएचएस में सुपर स्पेशियलिटी के 4 डिपार्टमेंट के अलावा गायनिक, ऑर्थो, ईएनटी, पीडियाट्रिक और आई डिपार्टमेंट की यूनिट्स खोली जाना प्रस्तावित है. कोविड के समय आरयूएचएस राज्य का एकमात्र हॉस्पिटल था जहां पर प्रदेश के सबसे ज्यादा मरीजों का इलाज हुआ था. इसके अलावा यहां पोस्ट कोविड इफेक्ट से रेस्पिरेटरी डिजीज का भी इलाज किया जा रहा है. साथ ही यहां इंस्टीट्यूट ऑफ रेस्पिरेटरी डिजीज सेंटर बनाने की कवायद शुरू हो गई है ताकि पोस्ट कोविड, सीओपीडी, अस्थमा और सिलिकोसिस के मरीजों की बीमारियों पर एडंवास रिसर्च हो सके.

फैकल्टी डॉक्टर्स की कमी से जूझ रहा संस्थान
आरयूएसएस हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉक्टर अजीत सिंह के मुताबिक मौजूदा समय में यहां कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, न्यूरोलॉजी और यूरोलॉजी की एक-एक यूनिट्स शुरू की गई है. इसके अलावा जल्द ही गायनोकोलॉजी, पीडियाट्रिक, ईएनटी, आई (नेत्ररोग) और ऑर्थो (हड्‌डी रोग) की नई यूनिट्स भी खोली जाएंगी. वहीं रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट के तहत सीटी स्कैन, एक्सरे की सुविधा है. इसके अलावा पैथोलॉजी लैब भी मौजूद है. लेकिन सबसे बड़ी कमी यहां फैकल्टी डॉक्टर्स की है. भर्ती प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही यहां पर ओपीडी के साथ आईपीडी सेवाएं पूरी तरह से संचालित हो पाएंगी.

Tags: Health, Jaipur news, Rajasthan news, RUHS Hospital, SMS Hospital

Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *