Bikaner: राजस्थान का बीकानेर जिले में कुछ ऐसे गांव हैं जहां पर अपराध नहीं हुए हैं. इन गांवों की संख्या 7 है. इसके अलावा 100 ढाणियां ऐसी हैं जो किसी भी अपराध से मुक्त हैं. बीकानेर पुलिस ने ऐसे गांवों की खोज की है.
ये नवाचार IG ओम प्रकाश का है. इससे पहले भी IG ओम प्रकाश नवाचार कर चुके हैं. उन्होंने इससे पहले पुलिस पब्लिक पंचायत का नवाचार किया था.जिसके तहत पुलिस गांवों में पंचायत के लिए जाने लगी. इस दौरान मालूम चला कि ऐसे गांव भी हैं जहां कभी अपराध नहीं हुआ है.
IG ओम प्रकाश ने ऐसे सात गांवों को सलेक्ट (चयन) किया. इसके बाद गांव के लोगों से इस बात का राज जानने की कोशिश की. कुछ 25 अपराध मुक्त गांवों का चयन बीकानेर संभाग से हुआ है. पूरे प्रदेश में इस नवाचार को लागू करने के लिए एक प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी पुलिस मुख्यालय भेज दी गई है.
अक्कासर गांव की बात करें तो गांव में मात्र एक ही शराब का ठेका है जो रात को 8 बजे बंद हो जाता है. लोगों ने शराब के ठेके को गांव जसरासर में सीज करवा दिया है. इसके अलावा खारिया मलीनाथ के सरपंच भंवर लाल बिश्नोई का कहना है कि उनके गांव में कभी शराब का ठेका नहीं खुला है और ना ही निकट भविष्य में खुलने दिया जाएगा.
हदां के खारिया मलीनाथ ग्राम पंचायत में सराह थूमली,नोखा के सुरपुरा ग्राम पंचायत में मैया की ढाणी, कोलायत के अक्कासर ग्राम पंचायत में शीशा, ग्राम पंचायत भाणेका गांव के चक कन्या बस्ती, श्रीडूंगरगढ़ की ग्राम पंचायत रिड़ी के गांव खींयाणी रिडी, इसी तहसील की ग्राम पंचायत इंदपालसर के गांव नारनोतान और जसरासर का इंद्रपुरा गांव अपराध मुक्त गांवों में शामिल हैं.
बीकानेर पुलिस रेंज के आईजी ओम प्रकाश का कहना है कि पुलिस पब्लिक पंचायत का प्रयोग सफल रहा. हार्डकोर क्रिमिनल्स के खिलाफ पुलिस द्वारा अभियान चलाने पर पता चला कि सम्भाग में ऐसे भी गांव हैं जहां जुर्म नहीं होते हैं. ऐसे गांवों को रोल मॉडल के रूप में पेश करने के लिए ये कॉन्सेप्ट लेकर आए हैं. अगर पुलिस पब्लिक पंचायत सभी जिलों में लागू होती है तो अपराध मुक्त गांवों की जानकारी जुटाने का काम सभी जिलों में शुरू हो जाएगा.
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