राजद नेता शिवानंद तिवारी की बढ़ी मुश्किलें, कोर्ट ने सुनाई 1 साल की सजा

राजद के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी को मानहानि के एक मामले में एक साल की कैद और 10 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई गई है.

Shivanand Tiwari

शिवानंद तिवारी (Photo Credit: Newsstate Bihar Jharkhand)

highlights

  • RJD नेता शिवानंद तिवारी की बढ़ी मुश्किलें
  • कोर्ट ने सुनाई 1 साल की सजा
  • JDU के मंत्री ने किया था मुकदमा

Patna:  

Bihar Politics News: एक तरफ बिहार में सियासी हलचल थमने का नाम नहीं ले रही है तो वहीं दूसरी तरफ एक बार फिर बिहार से बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां राजद के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी को मानहानि के एक मामले में एक साल की कैद और 10 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई गई है. दरअसल, यहां दिलचस्प बात ये है कि शिवानंद तिवारी को ये सजा जेडीयू मंत्री संजय कुमार झा द्वारा दायर मामले में दी गई है. इस मामले में मिली जानकारी के मुताबिक, पटना स्थित एमपी-एमएलए की विशेष अदालत की न्यायिक दंडाधिकारी सारिका वाहलिया ने मंगलवार को शिवानंद तिवारी को सजा सुनाई. इससे पहले विशेष अदालत ने शिकायत मामले के गवाहों और उपलब्ध व्यक्ति के बयान के आधार पर शिवानंद तिवारी को मानहानि मामले में दोषी पाया था.

वहीं आपको बता दें कि, बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय झा के वकील ने अपने मीडिया में दिए गए बयान में कहा कि, ”राजद नेता को 1 साल कैद और 10 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई गई है. फिलहाल कोर्ट ने उन्हें 30 दिन की प्रोविजनल जमानत दी है, ताकि वह ऊपरी अदालत में अपील कर सकें.”

ये है पूरा मामला

आपको बता दें कि जेडीयू के वरिष्ठ नेता और जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने 2018 में पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था. दरअसल, कोर्ट में याचिका दायर करते हुए संजय झा ने शिवानंद तिवारी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया था. उन्होंने कहा कि, ”इस टिप्पणी के कारण समाज में उनकी प्रतिष्ठा और छवि खराब हुई है और इसके कारण उन्हें मानसिक परेशानी का भी सामना करना पड़ा.”

इसके साथ ही आपको बता दें कि सुनवाई के दौरान कोर्ट ने शिवानंद तिवारी को दोषी पाया और सजा सुनाई. वैसे फिलहाल बिहार में महागठबंधन की सरकार है और जेडीयू-आरजेडी मिलकर राज्य में सरकार चला रही है. बता दें कि जब शिवानंद ने संजय झा के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया था, उस वक्त राज्य में जेडीयू और बीजेपी की सरकार थी. बाद में भले ही जेडीयू-आरजेडी ने मिलकर महागठबंधन की सरकार बनाई, लेकिन संजय झा ने मामले से समझौता नहीं किया.




First Published : 06 Dec 2023, 01:14:57 PM






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