राजद के कौन-कौन चेहरे हैं नीतीश कुमार और सम्राट चौधरी के रडार पर, जानिए जांच के फैसले के मायने

पटना. बिहार में सरकार बदलने के साथ ही सरकार के काम करने के अंदाज में बड़ा परिवर्तन देखा जा रहा है. लगभग डेढ़ साल तक सत्ता में रहने के बाद एनडीए गठबंधन की सरकार बनते ही राजद नेताओं की मुशकिलें बढ़ गईं हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने ऐलान करते हुए तेजस्वी यादव के तमाम विभागों के साथ राजद कोटे के तमाम मंत्रियों के कामों का हिसाब किताब खंगालने का निर्देश जारी कर दिया है. राजद कोटे के तमाम मंत्रियों और विभागों के काम की जांच का काम शुरू कर दिया गया है.

मंत्रिमंडल सचिवालय की तरफ से निकाले गए पत्र में साफ तौर पर लिखा गया है कि यदि आवश्यक हो तो समीक्षा के साथ उनमें संशोधन भी किया जाए, इस संबंध मे विभागीय मंत्री को संबंधित आदेशों की जानकारी दी जाए एवं मंत्री से आवश्यक निर्देश भी लिए जाएं.

जानिए कौन कौन हैं नीतीश और सम्राट के रडार पर

नीतीश कुमार और सम्राट चौधरी ने जिन मंत्रियों और विभाग के कामों की जांच की बात कही है उसमे सबसे बड़ा नाम तेजस्वी प्रसाद यादव का है. तेजस्वी यादव के सरकार में डिप्टी सीएम रहते कई विभागों के मंत्री थे, जिसमे सबसे खास था स्वास्थ्य विभाग. स्वास्थ्य विभाग के अलावा तेजस्वी के पास पथ निर्माण विभाग, नगर विकास और आवास विभाग, ग्रामीण कार्य और पर्यटन विभाग की जिम्मेदारी तेजस्वी संभाल रहे थे. अब इन सभी विभागों के फाइलों की जांच शुरू कर दी गई है.

तेजस्वी के दो करीबी भी हैं जांच के दायरे में

तेजस्वी यादव के साथ राजद के दो और बड़े नाम हैं रामानंद यादव और ललित यादव, जिन्हें रडार पर लेने की बात कही जा रही है. रामानंद यादव को खान एवं भूतत्व की जिम्मेदारी मिली थी, जबकि ललित यादव को लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग की जिम्मेदारी दी गई थी. खान एवं भूतत्व विभाग के अंतर्गत बालू के खेल की बात कही जा रही है, जिसकी जांच के निर्देश दिए गए हैं. वहीं, ललित यादव के पीएचईडी विभाग में भी गड़बड़ियों को लेकर समीक्षा के निर्देश दिए गए हैं.

राजद के कौन-कौन चेहरे हैं नीतीश कुमार और सम्राट चौधरी के रडार पर, जानिए जांच के फैसले के मायने

राजद ने जांच के आदेश पर उठाए सवाल

नीतीश कुमार और सम्राट चौधरी द्वारा राजद के विभाग की समीक्षा के निर्देश के बाद राजद ने विरोध दर्ज करार हुए नाराजगी जाहिर की है. राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग सहित तमाम विभागों में बेहतर काम हुए हैं. लाखों को नौकरियां दी गई हैं तो क्या जांच के बाद नौकरी वापस ले लेंगे? 17 महीने के साथ पिछले 17 सालों की भी जांच की जानी चाहिए. इस जांच से राजद  को कोई डर नहीं.

Tags: Bihar News, Bihar rjd, CM Nitish Kumar, RJD leader Tejaswi Yadav

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