अंजू प्रजापति/रामपुर: इस्लाम धर्म का सबसे पाक महीना शुरू हो गया है. इस पूरे महीने रोजेदार अलग-अलग तरह के फल खरीदना पसंद करते हैं. गर्मी तेज होने के कारण रोजा खोलने के लिए पहली पसंद फल ही बन गए हैं. रमजान महीने में फलों की खूब बिक्री होती है. ऐसे में रमजान के शुरू होने से बाजार में फल विक्रेताओं के चेहरे खिल गये हैं. रोजेदारों को इफ्तारी के लिए फल काफी पसंद भी आ रहे हैं. यही वजह है कि बाजारों में फलों की मांग बढ़ गई है. सबसे ज्यादा रसीला और सस्ता होने की वजह से लोगों की पहली पसंद तरबूज बना हुआ है.
रमज़ान शुरू होते ही फल विक्रेताओं को भी उम्मीद रहती है कि रमजान में अच्छी आमदनी होगी. इसी के चलते फलों के दाम में तेजी आई है. बापू मॉल के बाहर फल बेचने वाले दुकानदार शांति लाल बताते हैं कि उनकी दुकान पर पपीता, अंगूर, अमरूद, आम और रेगिस्तान वाले खरबूज की बिक्री अधिक हो रही है. जिसके दाम 100 रुपये से लेकर 80 रुपये तक है. पाक माह रमजान में देसी फलों के साथ विदेशी फल भी रोजेदारों के दस्तरख्वान की शोभा बढ़ा रहे हैं. पाकिस्तान का रसीला सफेदा आम लोगों को खूब भा रहा, जिसकी मंडी में कीमत 150 रुपये है और बाजार में 180 रुपये किलो बेचा जा रहा है.
तरबूज बना लोगों की पहली पसंद
तरबूज विक्रेता फुरकान बताते हैं कि रमजान के माह में रोजेदार फलों की जमकर खरीदारी कर रहे हैं. सबसे अधिक रसीला और मीठा होने के कारण तरबूज की डिमांड हो रही है. जो पानी की कमी को भी पूरा करता है जिसकी कीमत 25 से 30 रुपये किलो तक है. दुकानदार हनी चावला ने बताया कि संतरा, अंगूर की बिक्री में खूब उछाल आया है. मंडी में महंगा होने के कारण बाजारों में भी फलों के दाम बढ़ गए हैं फिर भी फलों की बिक्री पर असर नहीं पड़ा है. मंडी में संतरे के दाम 30-40 रुपये थे, लेकिन अब 50 रुपये किलो तक पहुंच गए हैं. इसलिये हमारे यहां संतरे 60 रुपये किलों हैं. वहीं अंगूर की कीमत 60 रुपये से बढ़कर 100 रुपये प्रति किलो ग्राम तक पहुंच गई है.
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FIRST PUBLISHED : March 17, 2024, 16:45 IST