अभिनव कुमार/दरभंगा. क्या आपने नागेश ट्रॉफी के बारे में सुना है? अगर नहीं तो, यह ब्लाइंड क्रिकेटर के लिए अयोजित होती है. जिस प्रकार से रणजी ट्रॉफी का बीसीसीआई के ओर से आयोजन किया जाता है, ठीक उसी तरह नेशनल ब्लाइंड क्रिकेट एसोसिएशन के द्वारा नागेश ट्रॉफी का आयोजन किया जाता है. जिसमें बिहार के प्रतिनिधित्व कर रही टीम का चयन दरभंगा में किया जा रहा है. बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव राकेश कुमार बताते हैं कि रणजी ट्रॉफी के तरह ही नागेश ट्रॉफी भी होती है, जिसमें आंखों से दिव्यांग खिलाड़ी खेलते हैं. इसका नेशनल मैच केरल में 15 से 22 दिसंबर तक खेला जाएगा. जिसमें बिहार का मैच 17 दिसंबर को होगा. यहां राज्य स्तरीय खिलाड़ियों का चयन किया जा रहा है. जो एक बेहतर टीम और बिहार को रिप्रेजेंट करेगी.
ज्यादा उत्साहित और प्रमोट करने की आवश्यकता
बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव राकेश कुमार बताते हैं कि आज क्रिकेट के दीवाने भारत में करोड़ों लोग हैं. लेकिन, क्रिकेट के उन प्रेमियों को इस नागेश ट्रॉफी के बारे में शायद ही जानकारी होगी. जबकि यह भी क्रिकेट का एक बेहतर मैच होता है. फर्क सिर्फ इतना होता है कि इसमें आंखों के दिव्यांग खिलाड़ी ही खेलते हैं. जिसे और ज्यादा उत्साहित और प्रमोट करने की आवश्यकता है.
नागेश ट्रॉफी में खेलते हैं यह
वही, ज्वाइंट सेक्रेटरी ऋतिक कुमार बताते हैं कि इसमें 14 सदस्य खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा. नागेश ट्रॉफी में खेले जाने वाले मैच में तीन कैटेगरी के खिलाड़ी को खिलाया जाता है. जिसमें चार खिलाड़ी B1 कैटिगरी के होते हैं, जो 100% आंखों से दिव्यांग होते हैं. चार खिलाड़ी B2 कैटेगरी के होते हैं जो 60% आंखों के दिव्यांग होते हैं. तीन खिलाड़ी B3 कैटेगरी के होते हैं जो 40% आंखों से दिव्यांग होते हैं. इन सभी को मिलाकर एक टीम बनती है.
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FIRST PUBLISHED : November 28, 2023, 10:10 IST