ये है MP का अनोखा समाज,नहीं टूटने दी 30साल पुरानी परंपरा, जानें पूरा मामला

मोहन ढाकले/बुरहानपुर. अक्सर आपने देखा होगा कि समाज अब फिजूल खर्ची को रोकने के लिए सामूहिक विवाह करवाता है. ऐसे में मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में गुर्जर साली सकल पंच समाज की ओर से 1994 से सामूहिक विवाह की शुरुआत की गई थी.

समाज का मुख्य उद्देश्य फिजूल खर्ची को रोकना है. इसलिए समाज ने यह शुरुआत की थी. सबसे पहले पांच लोगों का सामूहिक रूप से 1994 में विवाह हुआ. जिसके बाद प्रतिवर्ष इसमें संख्या बढ़ती गई. सबसे अधिक विवाह की यदि बात करें तो 2009 में 21 विवाह एक साथ हुए थे. आज की स्थिति में संबंध समाज में अधीक नहीं जुड़ने के कारण केवल एक ही विवाह सामूहिक विवाह के रूप में हो रहा है. समाज ने परंपरा नहीं टूटे इसलिए इस विवाह को सामूहिक विवाह का रूप दिया है. समाज ने दूल्हा दुल्हन से 3100 सौ रुपए लेकर विवाह संपन्न करवाया.

रात 12:00 बजे हुआ विवाह
दूल्हा और दुल्हन की बारात निकाली गई. बाराती झूमते हुए नजर आए.दूल्हे रुपेश के साथ दुल्हन करीना का विवाह तुलसी विवाह के साथ रात 12:00 बजे लगा. समाज जनों ने अक्षदा डालकर दोनों को आशीर्वाद दिया.

30 साल से समाज करा रहा है सामूहिक विवाह
गुर्जर साली सकल पंच समाज के सुनील मार्चे ने लोकल 18 से कहा  कि 1994 से समाज ने फिजूल खर्ची को रोकने के लिए सामूहिक विवाह की शुरुआत की थी. बहुत कम राशि में समाज के युवक यूतियों का विवाह संपन्न कराया जाता था. समय के साथ इसमें जोड़ों की बढ़ोतरी भी होते गई.आज परंपरा ना टूटे इसके लिए समाज ने एक विवाह को सामूहिक विवाह के रूप में संपन्न करवाया.

तीन राज्यों से शामिल हुए समाजजन
गुर्जर साली सकल पंच समाज के सामूहिक विवाह में मध्य प्रदेश महाराष्ट्र और गुजरात से समाजजन शामिल हुए.

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